GSM का फुल फॉर्म होता है Graded Surveillance Measure

GSM अर्थात श्रेणीबद्ध निगरानी उपाय

भारतीय प्रतिभूति विनिमय बोर्ड (सेबी) और एक्सचेंज द्वारा निवेशको के हितो की रक्षा के लिए GSM कैटेगरी को बनाया गया है |

किसी कंपनी के शेयर में चल रहे अनियमितता की जाँच करने के लिए GSM कैटेगरी तैयार किये है |

यदि कोई शेयर GSM कैटेगरी में है तो इसका अर्थ है कंपनी के फंडामेंटल उसके शेयर प्राइस से मेल नहीं खा रहे है |

सेबी तथा एक्सचेंज, समय दर समय GSM फ्रेमवर्क को अपडेट करती रहती है |

सामान्यतः हर तीन माह बाद जीएसएम कैटेगरी में शामिल कंपनी के शेयर की समीक्षा की जाती है |

वर्तमान में कुल 44 कंपनियों के शेयर GSM कैटेगरी में शामिल है |

कंपनी के शेयर को GSM फ्रेमवर्क में शामिल हो जाने के बाद भी इसके फंडामेंटल में कोई बदलाव नहीं होगा |

शेयर के GSM कैटेगरी में शामिल हो जाने का अर्थ है कि इनके खरीद-बिक्री तथा खरीद-बिक्री करने वाले व्यक्तियों पर निगरानी की जाएगी |

शेयर के GSM कैटेगरी में चले जाने के बाद इसमें ट्रेडिंग बहुत कम हो जाती है