जब कोई कंपनी अपने शेयर की वैल्यू कम करना चाहती है तब वह शेयर को स्प्लिट(विभाजित) कर देती है जिसे
स्टॉक स्प्लिट (Stock Split)
कहा जाता है |
जब कंपनी को ऐसा लगता है कि उसके प्रति शेयर की कीमत अधिक हो गयी है तथा यह कम पूंजी के निवेशक को निवेश करने में समस्या हो रही है तो कंपनी अपने शेयर को निश्चित अनुपात में स्प्लिट (विभाजित) कर देती है |
कंपनी शेयर स्प्लिट कब करती है
शेयर होल्डर पर स्टॉक स्प्लिट का असर
जिस अनुपात में स्टॉक स्प्लिट(Stock Split) होता है उसी अनुपात में शेयर का फेस वैल्यू भी कम हो जाता है |
कंपनी के फेस वैल्यू पर स्प्लिट का असर
स्टॉक स्प्लिट से सम्बंधित कुछ महत्वपूर्ण तिथि
यदि कोई कंपनी अपने शेयर को स्प्लिट करने की घोषणा करती है तथा आप कंपनी के शेयर स्प्लिट का लाभ लेना चाहते है तो रिकार्ड डेट वाले दिन शेयर आपके पोर्टफोलियो में होना आवश्यक है |
स्प्लिट शेयर के लिए पात्रता
स्टॉक स्प्लिट से कंपनी के शेयर होल्डर को लाभ