मुहूर्त ट्रेडिंग क्या है / Muhurt Trading कब होता है

मेरे प्यारे पाठको आपने ट्रेडिंग के बहुत सारे प्रकार को सुना होगा | आज हम सब एक अनोखे ट्रेडिंग के बारे में जानेंगे जिसका नाम है मुहूर्त ट्रेडिंग (Muhurt Trading) | मुहूर्त ट्रेडिंग, आप जब चाहे तब नहीं कर सकते है | इसके लिए एक निर्धारित समय होता है | उस समय के मध्य किये गए ट्रेड, मुहूर्त ट्रेडिंग के अंतर्गत आते है |

मुहूर्त ट्रेडिंग क्या है / Muhurt Trading Kya Hai

मुहूर्त ट्रेडिंग (Muhurt Trading) या शुभ ट्रेडिंग एक ऐसी प्रथा है जो धार्मिक परंपरा तथा वित्तीय बाज़ार को आपस में जोड़ती है | प्रत्येक वर्ष दीपावली के पावन पर्व कि संध्या काल में शुभ ट्रेडिंग का आयोजन किया जाता है | दीपावली के पावन पर्व पर शुभ ट्रेडिंग का आयोजन 1 घंटे के लिए किया जाता है | इन 1 घंटे के अन्दर आप सामान्य ट्रेडिंग-डे के सामान सभी कार्य कर सकते है | ट्रेडरों का ऐसा माना जाता है कि इस दिन ट्रेडिंग करने से या बाज़ार में निवेश करने से पुरे साल उनकी किस्मत अच्छी हो जाती है |

मुहूर्त ट्रेडिंग का इतिहास (History of Muhurt Trading)

NSE तथा BSE द्वारा मुहूर्त ट्रेडिंग की शुरुआत कई दशक पहले किया गया था | मुहूर्त ट्रेडिंग की शुरुआत 1957 में बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) द्वारा किया गया था | नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) के स्थापना के बाद 1992 में इसे NSE ने भी अपना लिया | तब से लेकर अब तक हर दीपावली कि संध्या काल में इस शुभ ट्रेडिंग का आयोजन दोनों एक्सचेंज द्वारा किया जाता है | [ श्रोत – wikipedia ]

मुहूर्त का अर्थ (Meaning of Muhurt)

मुहूर्त एक संस्कृत शब्द है जिसका अर्थ होता है ‘अच्छा समय’ या ‘शुभ क्षण’ | भारतीय संस्कृति में कोई भी महत्वपूर्ण कार्य करने से पहले शुभ मुहूर्त देखा जाता है | दीपावली के दिन सबसे बड़ा शुभ मुहूर्त माना जाता है क्यों कि इसी दिन भगवान श्री राम, लंकापति रावण को मारकर अयोध्या वापस लौटे थे | इस कारण से NSE तथा BSE द्वारा इस पावन बेला की संध्या में शुभ ट्रेडिंग का आयोजन किया जाता है |

मुहूर्त ट्रेडिंग के दौरान क्या किया जाता है?

इस पावन बेला की तैयारी व्यापारी द्वारा पहले से की जा रही होती है | इस दिन ट्रेडर देवी-देवताओ की पूजा करते है तथा मंत्रोच्चारण कर उनसे आशीर्वाद मांगते है | पूजन तथा मंत्रोच्चारण का कार्य ट्रेडिंग आरंभ करने के पहले ही पूर्ण कर लिया जाता है | पूजन कार्यक्रम समाप्त हो जाने के बाद ट्रेडिंग या निवेश का कार्य आरंभ किया जाता है |

शुभ ट्रेडिंग के विभिन सत्र (Various Sessions of Auspicious Trading)

मुहूर्त ट्रेडिंग के विभिन सत्र निम्न प्रकार होते है |

प्री-ओपन सत्र :- यह ट्रेडिंग सत्र का पहला सत्र होता है जिसमें स्टॉक एक्सचेंज इक्विलिब्रियम की कीमत निर्धारित करते है | सामान्यतः मुहूर्त – ट्रेडिंग का आरंभ दीपावली की शाम 6:00 बजे से किया जाता है | इसमें प्री-ओपन सत्र भारतीय समयानुसार 6:00 PM से 6:08 PM के मध्य ओपन रहता है |

मुहूर्त ट्रेडिंग के विभिन सत्र (Various sessions of Muhurt trading)

आर्डर मिलान सत्र :- 6:08 PM से लेकर 6:15 PM तक का समय आर्डर मिलान का समय होता है | इसमे प्री-ओपन सत्र में आये सभी आर्डर का मिलान किया जाता है | जो आर्डर मैच करते है उन्हें पूरा करके शेष आर्डर को कैसल कर दिया जाता है |

मुहूर्त ट्रेडिंग सत्र :- 6:15 PM से लेकर 7:15 PM अर्थात 1 घंटे का शुभ ट्रेडिंग (Muhurat Trading) सत्र होता है | इसमें आप सामान्य ट्रेडिंग दिवस के सामान खरीद – बिक्री कर सकते है |

शुभ ट्रेडिंग के लाभ (Benefits of Muhurat Trading)

शुभ ट्रेडिंग के लाभ निम्न लिखित है |

अधिक वोलैटिलिटी :- सीमित ट्रेडिंग समय और अधिक ट्रेडिंग वॉल्यूम के कारण, शुभ ट्रेडिंग अधिक अस्थिर होती है | इस कारण से ये इंट्राडे ट्रेडर के लिए उपयुक्त हो जाता है |

शुभ मुहूर्त में ट्रेडिंग :- भारतीय परंपरा के अनुसार शुभ मुहूर्त में ट्रेडिंग करना अच्छा माना जाता है |

सकारात्मक मनोवृत्ति :- शुभ मुहूर्त में व्यापार शुरू करने से निवेशकों में सकारात्मकता और आशावाद बढ़ता है। यह मानसिक रूप से उन्हें मजबूत बनाता है जो बाजार की उतार-चढ़ाव को बेहतर ढंग से संभालने में मदद करता है |

सांस्कृतिक एकता :- मुहूर्त ट्रेडिंग भारतीय संस्कृति का एक अभिन्न हिस्सा है। यह लोगों को एक साथ लाता है और सामाजिक बंधन को मजबूत करता है |

मुहूर्त ट्रेडिंग के कुछ महत्वपूर्ण बिंदु

शेयर के चुनाव में सावधानी बरते :- मुहूर्त ट्रेडिंग का अर्थ ये बिलकुल नहीं है कि किसी भी कंपनी के शेयर में निवेश या ट्रेड किया जाय | इस दौरान भी ट्रेडिंग या निवेश करते समय टेक्निकली तथा फंडामेंटली मजबूत कंपनी के शेयर में ही कार्य करना चाहिए |

टेक्नीकल एनालिसिस अवश्य करें :- किसी भी कंपनी के शेयर में ट्रेड करने से पहले उस शेयर का टेक्नीकल एनालिसिस अवश्य कर लेना चाहिए | टेक्नीकल एनालिसिस के लिए आप कैंडलस्टिक पैटर्न, कैंडलस्टिक चार्ट पैटर्न, या किसी इंडिकेटर का सहारा ले सकते है |

निवेश पर अधिक ध्यान देना :- सभी ब्रोकिंग कंपनी द्वारा अपने ग्राहक को लगातार नोटिफिकेशन के जरिये बताया जाता है कि हर 10 में से 9 ट्रेडर लॉस में ही रहते है | इसलिए यदि मेरी सलाह माने तो शुभ ट्रेडिंग दिवस पर आपको अच्छी फंडामेंटल की कंपनी में लम्बे समय तक के लिए निवेश पर अधिक ध्यान देना चाहिए |

आज हमने जाना (Today We Learned)

मेरे प्रिय पाठकों, आज़ के अपने इस लेख “मुहूर्त ट्रेडिंग क्या है / Muhurt Trading कब होता है” में हम सबने मुहूर्त ट्रेडिंग से सम्बंधित सभी पहलू पर चर्च किया | आज के इस लेख में हमने जाना कि मुहूर्त – ट्रेडिंग क्या है, मुहूर्त – ट्रेडिंग कब होता है, के साथ साथ हमने इसके लाभ को विस्तार से जाना |

हम आशा करते है कि अब आपको मुहूर्त ट्रेडिंग से सम्बंधित सभी प्रश्नों के उत्तर मिल गए होंगे | आपको हमारा यह पोस्ट कैसा लगा हमें कमेन्ट कर अवश्य बताये | यदि आपको यह लेख अच्छा लगा हो तो इसे अपने दोस्तों के साथ अवश्य शेयर करें |

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हेल्लो दोस्तों, मै पिछले 8 वर्षो से शेयर बाज़ार में निवेश तथा रिसर्च कर रहा हूँ | मै अपने अनुभव को Finohindi के माध्यम से आपके साथ सच्चाई के साथ सीधे तथा साफ शब्दों में बाटना चाहता हूँ | यदि आप शेयर बाज़ार में निवेश, ट्रेड करते है या आपकी शेयर बाज़ार में रूचि है तो आप सही जगह पर है

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