शेयर बाज़ार की 10 गलतियाँ / 10 Mistakes of Stock Market in Hindi

मेरे प्रिय पाठकों आज शेयर बाज़ार की 10 गलतियाँ / 10 Mistakes of Stock Market in Hindi के इस लेख में हम शेयर बाज़ार की उन गलतियों के बारे में विस्तार से समझेंगे जिन्हें एक नए ट्रेडर या निवेशक अक्सर करते रहते है | इन गलतियों को न सुधारने वाले ट्रेडर या निवेशक को शेयर बाज़ार तब तक कंगाल बनाती जाती है जब तक वे इन गलतियों को न सुधार लें | 

पैसा कमाना कौन नहीं चाहता है | पैसे सब कमाना चाहते है और ज्यादातर लोग तेज़ी से पैसे कमाना चाहते है | वैसे तो तेज़ी से पैसे कमाने के कई साधन है | इन तेज़ी से पैसे कमाने के एक बेहतरीन साधन में एक साधन शेयर बाज़ार से पैसे कमाना है |

शेयर बाज़ार पैसों का एक ऐसा समुद्र है जिसमें से आप जितना चाहे उतना पैसा निकाल सकते है लेकिन इस समुद्र से पैसे कभी खत्म नहीं होने वाला है | शेयर बाज़ार से पैसे निकालने के भी कुछ नियम है जिनका पालन कर आप शेयर बाज़ार से पैसे निकाल सकते है | लेकिन यदि आप इन नियमो का पालन न करने की गलतियाँ करते है तब पैसो का समुद्र आपके पैसो को निगल जायेगा तथा आपके हाथ में पछताने के अलावा कुछ हाँथ नहीं लगेगा |

आज मै अपने पिछले 8 वर्षो के अनुभव को आपके साथ साझा करूँगा तथा आपको खुद के द्वारा किये गए गलतियों के बारे में बताऊंगा | मै ये कतई नहीं चाहता कि मेरे द्वारा की गई गलतियाँ आप दोहराए | क्यों कि हम मै बाज़ार में आया था तब बाज़ार पर अध्ययन का पर्याप्त साधन नहीं थे | लेकिन आज आपके पास Finoहिंदी जैसा भरोसेमंद व्लॉग है जो आपको शेयर बाज़ार के हर पहलू से समय दर समय अवगत कराती रहती है |

जब कोई व्यक्ति पहली बार शेयर बाज़ार में कदम रखता है तब गलती करता ही है लेकिन बाज़ार से पैसे कमाने में वही व्यक्ति सफल होता है जो अपनी गलतियों को बार-बार न दोहराए | जो ट्रेडर एक बार नुकसान हो जाने के बाद गहन विचार करता है तथा अपने गलतियों को सुधार लेता है, वे करोड़ो में खेलते है |

शेयर बाज़ार की 10 गलतियाँ / 10 Mistakes of Stock Market in Hindi

जैसा की हमने पिछले के पैराग्राफ में जाना कि शेयर बाज़ार पैसों एक अथाह सागर है जिसमे बड़ी तेज़ी से पैसे कमाए भी जा सकते है तथा बड़ी तेज़ी से पैसे गवाए भी जा सकते है | इसके लिए यह अत्यंत आवश्यक है कि शेयर बाज़ार में अक्सर होने वाले गलतियों को आप समझे तथा उन्हें कभी भी न दोहराए | तो आईये हम कुछ प्रमुख गलतियों को जानने का प्रयास करते है | वॉरेन बफेट सर का जीवन दर्शन

  • निवेशित कंपनी का फंडामेंटल एनालिसिस न करना !
  • चार्ट का टेक्निकल एनालिसिस न करना !
  • अपनी ट्रेडिंग स्ट्रेटजी पर भरोसा न करना !
  • भावनाओं पर कंट्रोल न कर पाना !
  • धैर्य न रख पाना !
  • अपनी गलती को न मानना तथा न सुधारना !
  • झुंड के पीछे भागना !
  • बाजार को टाइम करने का प्रयास करना !
  • स्टॉप लॉस न लगाना !
  • सरप्‍लस फंड फंड से अधिक फंड का प्रयोग करना !

निवेशित कंपनी का फंडामेंटल एनालिसिस न करना !

शेयर बाज़ार की 10 गलतियाँ  (10 Mistakes of Stock Market) में पहले स्थान पर है ‘चार्ट का फंडामेंटल एनालिसिस न करना’ | किसी भी कंपनी में निवेश करने से पहले आपको उस कंपनी का अच्छे से फंडामेंटल एनालिसिस करना चाहिए | किसी कंपनी का फंडामेंटल एनालिसिस करने से आप यह जान पाते है कि कोई कंपनी निवेश/ट्रेडिंग करने के लायक है या नहीं |

किसी कंपनी के फंडामेंटल एनालिसिस में व्यक्ति कंपनी के निम्न मानकों की जाँच करता है:-

  • कैश फ्लो स्टेटमेंट -Cash Flow Statement
  • कंपनी की वार्षिक रिपोर्ट पढ़ें -Read the company’s annual report ?
  • लाभ हानि(P&L) स्टेटमेंट-Profit Loss Statement
  • कंपनी के बिजनेस मॉडल को समझे
  • कंपनी के मैनेजमेंट एनालिसिस करें – Do a Management Analysis of the Company
  • डेट-टू-इक्विटी रेशियो – Debt to Equity Ratio
  • कंपनी के फ्यूचर प्लान के बारे में अध्ययन
  • कंपनी का प्रॉफिट मार्जिन का अवलोकन
  • यह देखिये की कंपनी खुद को एक्सपेंड करने के लिए क्या कर रही है
  • प्रमोटर्स की शेयर होल्डिंग देखिये
  • कंपनी का डिविडेंट(Dividend) यील्ड देंखे
  • इंडस्ट्री एनालिसिस करना |
  • कंपनी के बिजनेस में कमियां क्या है?

सभी कंपनी में रिस्क अलग-अलग होता है | जब आप कंपनी का फंडामेंटल एनालिसिस करेंगे तब आप जान पाएंगे कि कंपनी आपके रिस्क के अनुसार फिट बैठती है या नहीं | सामान्यतः कम मार्केट कैप की कंपनी में रिस्क ज्यादा होता है तथा बड़ी ब्लूचिप कंपनियों में रिस्क कम होता है | Best 3 मल्टीबैगर स्टॉक्स

चार्ट का टेक्निकल एनालिसिस न करना !

शेयर बाज़ार की 10 गलतियाँ / 10 Mistakes of Stock Market के इस लेख में दूसरी नंबर पर आती है बिना किसी टेक्निकल एनालिसिस के बाज़ार में ट्रेड/निवेश करना | जब कोई व्यक्ति पहली बार शेयर बाज़ार में आता है तब उसे चार्ट के एनालिसिस के बारे में कोई खास जानकारी नहीं होती है | इस कारण से उन्हें ज्यादातर नुकसान उठाना पड़ता है | आपको कौन सी कंपनी में निवेश करना चाहिए ये बताने का कार्य फंडामेंटल एनालिसिस कराती है | लेकिन अच्छी फंडामेंटल की कंपनी को किस कीमत पर खरीदना सही है ये बताने का कार्य टेक्निकल एनालिसिस करती है | 

एक टेक्निकल एनालिस्ट निम्न दो तरीको से चार्ट का बेहतर टेक्निकल एनालिसिस करता है :-

  • इंडिकेटर के माध्यम से 
  • चार्ट पैटर्न के माध्यम से 

इंडिकेटर के माध्यम से

शेयर बाज़ार में कई प्रकार के इंडिकेटर उपलब्ध है जो शेयर के प्राइस एक्शन तथा वाल्यूम के आधार पर शेयर के अगले चाल तथा ट्रेंड के ताकत को दर्शाते है | आप इनका अध्ययन कर चार्ट का एनालिसिस कर सकते है | 

चार्ट पैटर्न के माध्यम से

शेयर बाज़ार में शेयर अपने विशेष चाल के कारण पैटर्न का निर्माण कर देते है | जो निम्न है:-

आप इनका अध्ययन कर चार्ट के पैटर्न के माध्यम से टेक्निकल एनालिसिस कर बाज़ार में ट्रेड कर सकते है |

अपनी ट्रेडिंग स्ट्रेटजी पर भरोसा न करना !

शेयर बाज़ार की 10 गलतियाँ  (10 Mistakes of Stock Market) के इस लिस्ट में तीसरे नंबर पर आती है अपनी ट्रेडिंग / निवेश की स्ट्रेटजी पर भरोसा न करना | जब कोई व्यक्ति पहली बार शेयर बाज़ार में आता है तब वह फंडामेंटल तथा टेक्निकल एनालिसिस कर बाज़ार के बेसिक को समझ लेता है | सभी ट्रेडर, अपनी एक स्ट्रेटजी पर कार्य करते है | लेकिन जब ट्रेडर नए होते तो वे अपने ट्रेडिंग स्ट्रेटजी पर भरोसा नहीं कर पाते है | इस कारण वे सही स्ट्रेटजी का का प्रयोग करने के बाद भी बड़ा लाभ नहीं कमा पाते है |

शेयर बाज़ार की 10 गलतियाँ / 10 Mistakes of Stock Market in Hindi

दरअसल होता कुछ यूँ है कि यदि आपको अपने स्ट्रेटजी पर भरोसा नही होता है वे सही दिशा में ट्रेड जाने के बाद ज्यादा प्रॉफिट होल्ड नहीं कर पाते है | ये सोचते है कि कही मेरा प्रॉफिट चला न जाये | इस कारण से वे पूरा प्रॉफिट लेने का इंतजार नहीं करते है तथा थोड़े से प्रॉफिट को बुक कर लेते है, जो नहीं करना चाहिए |

चूँकि ऐसा तो है नहीं कि आपको हर ट्रेड में लाभ ही होगा, आप कितनी भी जुगत लगा लें, आपके कुछ ट्रेड गलत दिशा में जाते ही है |  ऐसा करने पर ट्रेडर औसत रूप में हमेशा नुकसान में ही रहते है | इसलिए ट्रेडर को हमेशा अपनी ट्रेडिंग या निवेश की स्ट्रेटजी पर भरोसा करना चाहिए तथा ट्रेड का पूरा लाभ उठाना चाहिए | बोनस शेयर क्या है?

भावनाओं पर कंट्रोल न कर पाना !

शेयर बाज़ार की 10 गलतियाँ  (10 Mistakes of Stock Market) के इस लिस्ट में चौथे नंबर पर आती है भावनाओ पर कंट्रोल न कर पाना | शेयर बाज़ार में कार्य करने वाले निवेशक तथा ट्रेडर को कभी भी कोई शेयर या ट्रेड भावनाओ में बहकर नहीं लेना चाहिए | शेयर बाज़ार में भावनाओ के लिए कोई स्थान नहीं है | जब आप लगातार शेयर के चार्ट को देखते रहते है तब आपको शेयर के अगले दिशा का अंदाजा होने लगता है | इस प्रकार आप ट्रेड ले लेते है | सही मायने में इस प्रकार का आपका ट्रेड, ट्रेड नहीं एक जुआ होता है | 

जब मैंने शेयर बाज़ार में अपनी यात्रा शुरू की थी तब मै भी इन्ही गलतियों को बार बार दोहराया था | जब कोई शेयर 4 – 5 प्रतिशत ऊपर चला जाता है तब मै सोचता था कि ये इतना ऊपर चला गया है अब कितना उपर जायेगा | और शेयर में बिकवाली कर देता था | लेकिन शेयर की कीमत ऊपर और ऊपर चला जाता था |

इसके विपरीत जब कोई शेयर 2-3 प्रतिशत निचे गिर जाता था तब मुझे लगता था कि शेयर बहुत गिर गया है, अब कितना गिरेगा | ऐसे में हम शेयर खरीद लेते थे लेकिन शेयर और गिरता जाता था | ऐसा करने से उन दिनों मै हमेशा नुकसान में ही रहा |

इसलिए  शेयर बाज़ार में आपको तब तक ट्रेड नहीं लेना चाहिए जब तक आपका टेक्निकल एनालिसिस आपको ट्रेड लेने के लिए न कहे | यदि आपकी ट्रेडिंग स्ट्रेटजी के अनुसार आपको ट्रेड न मिले तो बेहतर है कि आप ट्रेड न लें | ट्रेड मिलने तक का इंतजार करें | सिर तथा कंधे का पैटर्न

धैर्य न रख पाना !

शेयर बाज़ार की 10 गलतियाँ  (10 Mistakes of Stock Market) के इस लिस्ट में पाचवे नंबर पर आती है, धैर्य न रख पाना | शेयर बाज़ार में निवेश करना हो या ट्रेडिंग, दोनों पार्टिसिपेंट के लिए धैर्य अत्यंत आवश्यक है | कहा तो जाता है कि शेयर बाज़ार बहुत तेज़ी से रिटर्न देता है, लेकिन वो समय कब आयेगा, ये कोई नहीं जानता है | अतः ट्रेडर को ट्रेड लेने के बाद तब तक इंतजार करना चाहिए जब तक टार्गेट या स्टॉप लॉस में कोई एक हिट न हो जाये | 

शेयर बाज़ार की 10 गलतियाँ / 10 Mistakes of Stock Market in Hindi

होता दरअसल यूँ है कि जब आप अपनी ट्रेडिंग स्ट्रेटजी के अनुसार ट्रेड ले लेते है तब कोई पैटर्न या कोई भी स्ट्रेटजी तुरंत अपना असर नहीं दिखाती है | वो ट्रेडर के धैर्य की परीक्षा लेती है | जो लोग धैर्य रखकर टार्गेट या स्टॉप लॉस का इंतजार करते है उन्हें अंत में लाभ होता है | लेकिन जब आप धैर्य नहीं रख पाएंगे तब अपना पोजिशन लॉस में काट कर निकल जायेंगे | 

कुछ ऐसा ही निवेशक के साथ भी होता है | शेयर बाज़ार में तेज़ी तथा मंदी आम तौर पर सेक्टोरल होती है | जब आप किसी कंपनी का फंडामेंटल तथा टेक्निकल एनालिसिस करने के बाद किसी कंपनी के शेयर में निवेश करते है तब कभी-कभी ऐसा होता है कि बाज़ार तेज़ है सारे शेयर ऊपर जा रहे है लेकिन आपने जिस कंपनी के शेयर को ख़रीदा है वो तेज़ी नहीं दिखा रही है या मंदी दिखा रही है | 

ऐसे में निवेशक को लगता है कि वे किसी गलत कंपनी के शेयर को खरीद लिए है तब वे ख़रीदे गए शेयर को बेच कर भागते शेयर को खरीद लेते है | और जैसे ही अपने शेयर को बेच कर भागते शेयर को खरीद लेते है | भागता शेयर मंदी की ओर बढ़ जाता है तथा जिस शेयर को आप बेच कर निकल जाते है वो तेज़ हो जाता है तथा रोकेट की स्पीड से ऊपर चला जाता है |

इसका एक मात्र कारण होता है सेक्टर का रोटेशन | आपने पहले जिस कंपनी में निवेश किया था वो भी अच्छा शेयर था आपने जिस भागते शेयर को पकड़ा था वो भी अच्छा शेयर है | लेकिन आपको यह समझना होगा कि हर रोज हर समय सभी शेयर ऊपर नहीं जा सकते है | कभी कोई शेयर ऊपर जायेया तो कभी कोई शेयर निचे जायेगा | 

अतः सबसे बेहतर यही है कि आप अच्छे से टेक्निकल तथा फंडामेंटल एनालिसिस करने के बाद शेयर में निवेश करें तथा कंपनी के ग्रोथ के लाभ उठाये | डायवर्सिफिकेशन क्या है ?

अपनी गलती को न मानना तथा न सुधारना !

शेयर बाज़ार की 10 गलतियाँ  (10 Mistakes of Stock Market) के इस लिस्ट में 6वें नंबर पर आती है, अपनी गलती को न मानना तथा न सुधारना | जब कोई ट्रेडर ट्रेड लेते है तथा ट्रेड गलत दिशा में चला जाता है तो वे इसे ऑपरेटर की चाल समझकर लॉस में सौदे काट लेते है तथा अगले ट्रेड की तरफ बढ़ जाते है | कोई भी शेयर या इंडेक्स सामान्यतः तेज़ी या मंदी आने से पहले कोई न कोई संकेत अवश्य देता है |

अतः यदि आपका कोई ट्रेड गलत दिशा में चला जाता है तो आपको उस ट्रेड का एनालिसिस करना चाहिए तथा यह समझने का प्रयास करना चाहिए कि ट्रेड क्यों गलत दिशा में चला गया तथा उसे अपनी गलती मानते हुए ध्यान रखें की भविष्य में इस प्रकार की गलती नहीं दोहराएंगे | आईपीओ (प्रारंभिक सार्वजनिक निर्गम)

झुंड के पीछे भागना !

शेयर बाज़ार की 10 गलतियाँ  (10 Mistakes of Stock Market) के इस लिस्ट में 7वें नंबर पर आती है, झुंड के पीछे भागना | झुण्ड में न जाने का सीधा तथा साफ अर्थ है कि जब बाज़ार में मंदी हो, सभी लोग अपने शेयर बेच कर निकल रहे हो, बाज़ार में चारो तरफ बिकवाली हावी हो तब आपको लालची बनकर शेयर में खरीदारी करना चाहिए | ठीक इसके विपरीत जब बाज़ार तेज़ हो, सभी शेयर तेज़ी से ऊपर जा रहे हो, सभी लोग शेयर में कह्रिदारी कर रहे हों  तब आपको खरीदारी न कर बाज़ार के तेज़ी का आनंद लेना चाहिए |

बाजार को टाइम करने का प्रयास करना !

शेयर बाज़ार की 10 गलतियाँ  (10 Mistakes of Stock Market) के इस लिस्ट में 8वें नंबर पर आती है, बाजार को टाइम करने का प्रयास करना | दर असल क्या है कि शेयर बाज़ार अनिश्चिताओ का खेल है | इसमे कोई शेयर कब ऊपर जायेगा कब निचे जायेगा, ये कोई भी नहीं बता सकता | मात्र कैंडलस्टिक पैटर्न, सपोर्ट और रजिस्टेंस तथा शेयर बाज़ार के इंडिकेटर जैसे टेक्निकल एनालिसिस के माध्यम से शेयर की अगली चाल का अंदाजा लगाया जा सकता है |

ऐसा कतई नहीं है कि आप जिस लेवल पर शेयर को खरीद रहे है वहां से शेयर केवल तेज़ी ही दिखाए, मंदी नहीं | इस कारण से किसी शेयर की खरीदारी बल्क में नहीं करनी चाहिए | जब आप किसी शेयर में एकमुश्त खरीदारी करते है तो इसका अर्थ है कि आपको लगता है की शेयर यहाँ से निचे नहीं जायेगा | एक निवेशक शेयर के गिरावट में उसके हर सपोर्ट पर खरीदता है |

जब एक ट्रेडर बाज़ार को टाइम करने का प्रयास करता है तब वे बड़ी मात्रा में ट्रेड एक साथ ले लेते है | ऐसे में शेयर जब इनके ट्रेड की दिशा में जाता है तब वे अपने टार्गेट का इंतजार नहीं कर पाते है तथा प्रॉफिट देखकर जल्दी बाहर आ जाते है | लेकिन जब वही शेयर ट्रेड के बिपरीत चला जाता है तब ट्रेडर को बड़ा लॉस हो जाता है | इस कारण से ट्रेडर तथा निवेशक को कभी भी शेयर बाज़ार को टाइम करने का प्रयास नहीं करना चाहिए | निवेश के 8 बेहतरीन साधन

ट्रेडर का स्टॉप लॉस न लगाना !

शेयर बाज़ार की 10 गलतियाँ  (10 Mistakes of Stock Market) के इस लिस्ट में 9वें नंबर पर आती है, ट्रेडर का स्टॉप लॉस न लगाना | यदि आप शेयर बाज़ार के एक निवेशक है तब आपको स्टॉप लॉस लगाने की कोई आवशयकता नहीं है | क्यों कि एक निवेशक एक या दो दिन के लिए शेयर को नहीं खरीदता है | एक निवेशक अच्छे फंडामेंटल के स्टॉक को चुनता है तथा कंपनी में लंबे समय के लिए निवेश करता है | ऐसे में जब कोई बेहतर फंडामेंटल वाला शेयर खरीदारी के बाद निचे गिरने भी लगता है तब निवेशक अगले सपोर्ट पर शेयर में कुछ और खरीदारी कर एवरेज डाउन करते है |

शेयर बाज़ार की 10 गलतियाँ / 10 Mistakes of Stock Market in Hindi
शेयर बाज़ार की 10 गलतियाँ / 10 Mistakes of Stock Market in Hindi

लेकिन जब एक ट्रेडर कोई ट्रेड लेता है तो वह केवल टेक्निकल एनालिसिस के आधार पर ट्रेड लेता है | इन्हें कंपनी के फंडामेंटल से कोई लेना देना नहीं होता है | अतः जैसे ही कंपनी का टेक्निकल ख़राब होता है वैसे ही ट्रेडर को ट्रेड से एग्जिट होना पड़ता है | एक सफल ट्रेडर अपने नुकसान को सिमित करने के लिए स्टॉप लॉस का प्रयोग करता है | 

लेकिन जो नए ट्रेडर होते है वे सामान्यतः स्टॉप लॉस का प्रयोग नहीं करते है | वे सोचते है कि जब उनका ट्रेड उल्टा पड़ जायेगा तब वे स्टॉप लॉस के नजदीक खुद ही ट्रेड से एग्जिट कर लेंगे | लेकिन मानव सायकोलॉजी इन्हें एग्जिट नहीं करने देती है | और देखते ही देखते अपना बड़ा नुकसान करा लेते है | ऐसा कतई नहीं करना चाहिए | एक सफल ट्रेडर, ट्रेड लेने के तुरंत बाद टार्गेट तथा स्टॉप लॉस लगा देता है | सपोर्ट तथा रेजिस्टेंस

सरप्‍लस फंड फंड से अधिक फंड का प्रयोग करना !

शेयर बाज़ार की 10 गलतियाँ  (10 Mistakes of Stock Market) के इस लिस्ट में 10वें नंबर पर आती है, सरप्‍लस फंड फंड से अधिक फंड का प्रयोग करना | शेयर बाज़ार में कार्य करने वाले ट्रेडर/निवेशक कभी कभी अपनी सारी पूंजी बाज़ार में लगा देते है जो सही नहीं है | शेयर बाज़ार में आपको उन्ही पूंजी को लगाना चाहिए जिनकी आवश्यकता आपको अगले 3-4 सालों तक नहीं पड़ने वाली है | 

इस लेख से सम्बंधित प्रश्नोत्तरी:-

शेयर बाज़ार की 10 गलतियाँ

निवेशित कंपनी का फंडामेंटल एनालिसिस न करना !
चार्ट का टेक्निकल एनालिसिस न करना !
अपनी ट्रेडिंग स्ट्रेटजी पर भरोसा न करना !
भावनाओं पर कंट्रोल न कर पाना !
धैर्य न रख पाना !
अपनी गलती को न मानना तथा न सुधारना !
झुंड के पीछे भागना !
बाजार को टाइम करने का प्रयास करना !
स्टॉप लॉस न लगाना !
सरप्‍लस फंड फंड से अधिक फंड का प्रयोग करना !

शेयर बाजार में नुकसान कब होता है?

शेयर बाज़ार में नुकसान होने का प्रमुख कारण है कि नए निवेशक बिना किसी फंडामेंटल रिसर्च के शेयर खरीद लेते है | नए निवेशक शेयर खरीदने के लिए यू ट्यूब या अन्य किसी से टिप्स लेते है जो सवथा गलत है | आप किसी अन्य के कहने पर शेयर तो खरीद लेंगे लेकिन जब बाज़ार में हलचल होगी और आपका निवेश लॉस में जायेगा तब आप इसे होल्ड नहीं कर पाएंगे |

सारांश(Summary):-

मेरे प्रिय पाठकों आज के इस लेख शेयर बाज़ार की 10 गलतियाँ / 10 Mistakes of Stock Market in Hindi में हम सबने शेयर बाज़ार की उन प्रमुख गलतियों को विस्तार से जाना जो एक नया ट्रेडर अक्सर करता रहता है | आज हमने जाना कि इन गलतियों के पीछे ट्रेडर की क्या सायकोलॉजी होती है, जो इन्हें ये गलती करने पर मजबूर करती है |

हम आशा करते हैं कि अब आपको शेयर बाज़ार की 10 गलतियाँ / 10 Mistakes of Stock Market को बेहतर तरीके समझ लिए होंगे | आपको हमारा यह पोस्ट 10 Mistakes of Stock Market कैसा लगा हमें कमेन्ट कर अवश्य बताये | यदि आपको यह लेख अच्छा लगा हो तो इसे अपने दोस्तों के साथ अवश्य शेयर करें |

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हेल्लो दोस्तों, मै पिछले 8 वर्षो से शेयर बाज़ार में निवेश तथा रिसर्च कर रहा हूँ | मै अपने अनुभव को Finohindi के माध्यम से आपके साथ सच्चाई के साथ सीधे तथा साफ शब्दों में बाटना चाहता हूँ | यदि आप शेयर बाज़ार में निवेश, ट्रेड करते है या आपकी शेयर बाज़ार में रूचि है तो आप सही जगह पर है

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