पिछले कई आर्टिकल में हमने तकनीकी विश्लेषण(Technical Analysis) या टेक्निकल एनालिसिस का वर्णन किया है, आज टेक्निकल एनालिसिस क्या है / Technical Analysis Kya hai? इसे कैसे समझें के इस लेख में हम विस्तार से जानेंगे कि शेयर बाज़ार में तकनीकी विश्लेषण(Technical Analysis) या टेक्निकल एनालिसिस क्या होता है, तथा निवेश और ट्रेडिंग में इसका क्या महत्त्व है |
शेयर बाज़ार का विश्लेषण(Stock Market Analysis)
शेयर बाज़ार के विश्लेषण को दो भाग में विभाजित किया गया है |
- फंडामेंटल एनालिसिस (fundamental analysis)
- तकनीकी विश्लेषण(technical analysis)
फंडामेंटल विश्लेषण(Fundamental Analysis)
जब कोई व्यक्ति शेयर बाज़ार में निवेश करने के इरादे से शेयर बाज़ार का विश्लेषण करता है, तो वह पहले कंपनी का फंडामेंटल विश्लेषण करता है |
फंडामेंटल विश्लेषण करने वाला निवेशक देखता है कि कंपनी का कार्य क्या है, कंपनी किस प्रकार से पूंजी कमाती है, कंपनी के ग्रोथ प्लान्स क्या है, कंपनी की ग्रोथ रेट क्या है, कंपनी की वैलुएसन क्या है | इसके साथ-साथ ROE, ROEC के बारे में अध्ययन करता है |
यदि निवेशक को कंपनी का फंडामेंटल पसंद आता है तब वह उस कंपनी के शेयर का तकनिकी विश्लेषण या टेक्निकल एनालिसिस करता है | कंपनी का फंडामेंटल एनालिसिस कैसे करें ?
तकनीकी विश्लेषण(Technical Analysis)
शेयर बाज़ार में यदि आप बिना टेक्निकल एनालिसिस (Technical Analysis) के ट्रेडिंग करते है तो आप नुकसान में ही रहेंगे | यह बिलकुल जुआ खेलने जैसा होगा | एक अच्छा एनालिस्ट किसी भी शेयर के मूवमेंट की सटीक भविष्यवाणी कर सकता है |
फंडामेंटल विश्लेषण(fundamental analysis) हमें यह बताता है कि निवेश के लिए कौन से शेयर को खरीदना बेहतर है, लेकिन शेयर को कब खरीदना या बेचना है, यह बताने का कार्य तकनीकी विश्लेषण(Technical Analysis) करती है |
सही मायने में देखा जाय तो शेयर बाज़ार में बेहतर निवेश/ट्रेड बिना किसी टेक्निकल एनालिसिस (Technical Analysis) के संभव नहीं है |
तकनीकी विश्लेषण की मूल अवधारणा(Basic Concepts of Technical Analysis)
तकनीकी विश्लेषण दो प्रकार से किया जाता है
- इंडिकेटर के माध्यम से
- चार्ट पैटर्न के माध्यम से
इंडिकेटर के माध्यम से(Through the Indicator)
जब तकनीकी विश्लेषण करने में इंडिकेटर का प्रयोग किया जाय तो इस युक्ति को इंडिकेटर के माध्यम से एनालिसिस करना कहा जाता है | इसमे शेयरों की खरीद तथा बिक्री इंडिकेटर के माध्यम से किया जाता है |
इंडिकेटर्स(Indicator)
शेयर बाज़ार में बहुत सारे इंडिकेटर है जिनका प्रयोग तकनीकी विश्लेषण – Technical Analysis में किया जाता है | ज्यादातर इंडिकेटर सूत्र पर आधारित होते है | ये शेयर के चाल के आधार पर खरीदने तथा बेचने का का इंडिकेटर देते रहते है |
कुछ प्रमुख इंडिकेटर RSI(Relative Strength Index), मूविंग एवरेज(Moving Average), बोलिंगर बैंड(Bollinger Bands), वॉल्यूम, दरवास बाक्स(Darvas box), VWAP(Volume-Weighted Average Price) और MACD (Moving Average Convergence/Divergence Indicator) है, जिनका प्रयोग टेक्निकल एनालिसिस में ज्यादातर किया जाता है | इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए सर्वश्रेष्ठ इंडिकेटर
ट्रेडिंग वॉल्यूम(Trading Volume)
किसी भी कंपनी के शेयर में एक निश्चित समय में जितने शेयरों की खरीद-बिक्री की जाती है उसे उस निश्चित समय का ट्रेडिंग वॉल्यूम कहा जाता है | इसके एनालिसिस से एनालिस्टट्रेड की ताकत को समझता है |
जैसे मान लीजिये की आपने एक घंटे का चार्ट खोला है तो एक घंटे में जितने शेयर का खरीद-बिक्री किया जायेगा उसे एक घंटे का वॉल्यूम कहा जायेगा | वॉल्यूम अधिक होने पर शेयर में मूवमेंट ज्यादा होता है | अलग-अलग समय के चार्ट फ्रेम में उस समय का वॉल्यूम दिखाई देता है | वॉल्यूम चार्ट को आम तौर पर चार्ट में निचे दिखाया जाता है |
चार्ट पैटर्न के माध्यम से(Via Chart Pattern)
- सपोर्ट एंड रेजिस्टेंस (Support and Resistance)
- डबल टॉप चार्ट पैटर्न(Double Top Chart Pattern)
- डबल बॉटम चार्ट पैटर्न (Double Bottom Chart Pattern)
- ट्रेंड लाइन चार्ट पैटर्न (Trend Line Chart Pattern)
- ट्रेंगल चार्ट पैटर्न (Triangle Chart Pattern)
- फ्लैग चार्ट पैटर्न (Flag Chart Pattern)
- पताका चार्ट पैटर्न (Pennant Chart Pattern)
- हेड एंड शोल्डर पैटर्न (Head and Shoulders Pattern)
- इन्वर्टेड हेड एंड शोल्डर पैटर्न (Inverted Head and Shoulders Pattern)
- कंसोलिडेशन चार्ट पैटर्न (Consolidation Chart Pattern)
सपोर्ट और रेजिस्टेंस(Support and Resistance)
इसी प्रकार जब किसी कंपनी का शेयर किसी एक निश्चित लेवल से टकराकर दो या दो से अधिक बार वापस निचे आ जाये तो इस लेवल को रेजिस्टेंस लेवल कहा जाता है यह हमेशा कंपनी के शेयर प्राईस से ऊपर होता है | Read More…
ट्रेंडलाइन(Trendline)
जब कोई शेयर लगातार डाउन ट्रेंड में है तो उसके निचले स्तर या उपरी स्तर को मिलाती हुई एक रेखा खीचने पर जो रेखा प्राप्त होती है उसे डाउन ट्रेंड लाइन कहते है |
इसी प्रकार लगातारर ऊपर जा रही किसी कंपनी के लोअर तथा अपर स्तर को मिलाती हुयी रेखा खीचने पर जो रेखा प्राप्त होती है उसे अपट्रेंड लाइन कहा जाता है |
सामान्यतः इसका प्रयोग
- सपोर्ट तथा रेजिस्टेंस जानने के लिए |
- ट्रेंड रिवर्सल जानने के लिए |
- ब्रेक आउट या ब्रेक डाउन जानकर ट्रेड लेने के लिए किया जाता है | ट्रेंड लाइन पैटर्न
शेयर इतिहास दोहराती है(Share History Repeats)
शेयर की कीमत सब बोलता है(Share Price Tells All)
ऐसा माना जाता है कि शेयर अपने कीमत के अन्दर खुद से जुडी सभी प्रकार की जानकारी को समेट कर चलती है | यह सभी प्रकार की जानकारी की गणना करके उसके प्रभाव को अपने कीमत में शामिल कर लेती है |
इसे इस प्रकार से समझा जा सकता है कि जैसे किसी कंपनी का अगले तिमाही के ख़राब प्रदर्शन करने की संभावना हो तो जानकार निवेशक/ट्रेडर धीरे-धीरे शेयर को बेचने लगता है, लेकिन एक अच्छा एनालिस्ट शेयर की चाल देखकर सब समझ जाता है |
टेक्निकल एनालिसिस का महत्व (Importance of Technical Analysis)
ऐसा नहीं है कि टेक्निकल एनालिसिस (Technical Analysis) का प्रयोग केवल शेयर बाज़ार में ट्रेड/निवेश के लिए किया जाता है | जिस भी एसेट का पुराना डाटा(ओपन, हाई, लो, क्लोज तथा वॉल्यूम ) उपलब्ध हो तो उस एसेट का एनालिसिस कर उसकी चाल को समझा जा सकता है | इसका प्रयोग फिक्स्ड इनकम प्रॉडक्ट, कमोडिटी ट्रेडिंग, मुद्रा ट्रेडिंग, शेयर ट्रेडिंग में भी बड़ी आसानी से किया जा सकता है |
इस लेख से सम्बंधित प्रश्नोत्तरी
टेक्निकल एनालिस्ट कैसे बने?
टेक्निकल एनालिस्ट या तकनीकी विश्लेषक के क्षेत्र में अपना सफल करियर बनने के लिए कम अर्थशास्त्र में स्नातक की डिग्री आपके पास होनी चाहिए | इसके अलावा आपको शेयर बाज़ार के चार्ट का एनालिसिस, प्राईस एक्शन, इंडिकेटर, तथा सपोर्ट रेजिस्टेंसके साथ-साथ आपको तकनीकी विश्लेषण सॉफ्टवेयर का बेहतर ज्ञान होना आवश्यक है |
तकनीकी विश्लेषण से आप क्या समझते हैं?
तकनीकी विश्लेषण किसी भी कंपनी के शेयर को सही कीमत पर खरीदने में मदद कराती है | किसी भी कंपनी का टेक्निकल एनालिसिस करने के बाद आप उसके मजबूती तथा कमजोरी को खोज पाएंगे | जिसका प्रयोग कर आप शेयर बाज़ार से बड़ा लाभ कम सकते है }|
तकनीकी विश्लेषण के उद्देश्य क्या हैं?
तकनीकी विश्लेषण के उद्देश्य है कि किसी भी कंपनी के शेयर को सही कीमत पर खरीदना |
आपको किस कंपनी में निवेश करना चाहिए, ये बताने का कार्य फंडामेंटल एनालिसिस करती है लेकिन शेयर को किस कीमत पर खरीदना उचित है यह बताने का कार्य टेक्निकल एनालिसिस करती है |
सारांस(Summary)
दोस्तों आज टेक्निकल एनालिसिस क्या है / Technical Analysis Kya hai? इसे कैसे समझें के इस लेख में हमने जाना कि शेयर बाज़ार में किसी कंपनी का टेक्निकल एनालिसिस कैसे किया जा सकता है |
यदि आपको हमारा यह पोस्ट अच्छा लगा हो तो हमें कमेन्ट करें | यदि आपके पास हमारे लिए कोई सवाल हो तो आप हमें contact@finohindi.com पर मेल कर सकते है | आप हमसे लगातर जुड़े रहने के लिए आप हमारे Facebook पेज, Twitter पेज तथा Telegram चैनल पर हमें Follow कर सकते है |
🔆🔆🔆
Great👍, I m simply investor but My keen interest in trading in stocks but getting knowledge through mobile phone is not enough to learn If any such book is available ( HINDI) PLEASE suggest, thanks for all
apaki yah gyan bardhak jankari bahut achha laga