शेयर बाज़ार – Stock market क्या है ? Full Detail in Hindi

आप शेयर बाज़ार में निवेश करते हो या नहीं लेकिन आपने कभी न कभी तो शेयर बाज़ार (Stock Market) का नाम तो सुना ही होगा | आज शेयर बाज़ार(Stock market) क्या है ? Full Detail in Hindi के इस लेख में हम सब शेयर बाज़ार क्या है , शेयर बाज़ार का इतिहास तथा शेयर कैसे कार्य करता है, के बारे में जानेंगे |

Table of Contents

Stock market -शेयर बाज़ार क्या है

जिस प्रकार सामान्य बाज़ार में खरीद तथा बिक्री करने वाले एक दुसरे से मौखिक  मोल भाव करके वस्तुओं भाव तय कर खरीद या बिक्री करते है | ठीक उसी प्रकार कंपनी के शेयर, स्टॉक मार्केट में होते है, शेयरों में निवेश अथवा  ट्रेडिंग करने वाले  व्यक्ति शेयर का भाव तय कर खरीद तथा बिक्री करते है | फर्क सिर्फ इतना होता है कि सामान्य बाज़ार की तरह यहाँ मौखिक मोल-भाव  न होकर सारा लेन-देन  कम्प्यूटर से जुड़े नेटवर्क से होता है |

शेयर बाज़ार - Stock market क्या है ? Full Detail in Hindi

वर्तमान समय में स्टॉक मार्केट इतना डिजिटल हो चूका है कि शेयरों की खरीद-बिक्री करने वाले एक दुसरे को जान ही नहीं पाते है केवल बोली लगाकर सौदे तय किये जाते है | चूँकि एक दिन मे  कई करोड़ शेयरों खरीद-बिक्री होती है | अतः इनके सौदे आसानी से हो सके इसके लिए शेयर मन्डी (बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज तथा नैशनल स्टॉक एक्सचेंज ) इस तरह कि बोलियाँ लगाने के लिये ज़रूरी सभी तरह कि सुविधाये उपलब्ध कराती है  | डायवर्सिफिकेशन(Diversification ) क्या है ?

 

भारतीय शेयर बाज़ार का इतिहास (History of Indian Stock Market)

वैसे तो शेयरों की सौदेबाज़ी वर्ष 1840 से ही कुछ ब्रोकरों  द्वारा एक बरगद के पेड़ के निचे की जाती थीपरन्तु समय के साथ ब्रोकरों की संख्या में बढ़ोतरी तथा भारतीय अर्थव्यवस्था को एक नया आयाम प्रदान करने के लिए 9 जुलाई वर्ष 1875 में मुम्बई स्टॉक एक्सचेंज की स्थापना किया गया  |

मुंबई स्टॉक एक्सचेंज न सिर्फ भारत का बल्कि एशिया का सबसे पहला स्टॉक एक्सचेंज है । पहले इसे नेटिव शेयर एंड स्टॉक ब्रोकिंग एसोसिएशन के नाम से जाना जाता था। दुनिया के सबसे पहले स्टॉक एक्सचेंज की स्थापना न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज के रूप में साल 1792 में हुई थी | डबल टॉप चार्ट पैटर्न

शेयर बाज़ार में कौन लोग हिस्सा ले सकते है

स्टॉक मार्केट में एक सामान्य नागरिक से लेकर बड़ी बड़ी कंपनिया, म्यूचुअल फंड्स, FII, NRI तथा घरेलु संस्थागत निवेशको द्वारा निवेश जाता है | जो लोग स्टॉक मार्केट में खरीद बिक्री करते है, उन्हें स्टॉक मार्केट के पार्टिसिपेट्स कहा जाता है

डोमेस्टिक रिटेल पार्टिसिपेंट्स(Domestic Retail Participants)

भारतीय मूल के वे व्यक्ति जो भारत के मूल निवासी है, तथा भारत में रहकर स्टॉक मार्केट में निवेश करते है, उन्हें डोमेस्टिक रिटेल पार्टिसिपेंट्स कहा जाता है, जैसे आप और मैं | भारतीय शेयर बाज़ार में डोमेस्टिक रिटेल पार्टिसिपेंट्सन अन्य देशों की अपेक्षा अभी कम है | लेकिन भारत के शेयर बाज़ार में अब डोमेस्टिक रिटेल पार्टिसिपेंट्सन के प्रतिशत लगातार तेज़ी से बढ़ रहा है | 

घरेलू संस्थागत निवेशक (Domestic Institutions)

भारत में कारोबार करने वाली वे भारतीय कंपनिया जो स्टॉक मार्केट में निवेश करती है उन्हें घरेलू संस्थागत निवेशक के नाम से जाना जाता है | जैसे भारतीय बीमा कंपनियां, बैंकिंग और वित्तीय संस्थाएं, इत्यादि | वॉरेन बफेट का जीवन दर्शन / Warren Buffett Biography In Hindi

घरेलू ऐसेट मैनेजमेंट कंपनियाँ  ( Asset Management Companies)

वे घरेलु म्यूचुअल फंड कंपनिया जो अपने निवेशको की पूंजी को स्टॉक मार्केट में अथवा इसकी प्रतिभूतियों में निवेश करती है, वे ऐसेट मैनेजमेंट कंपनियाँ कहलाती है | जैसे:- HDFC म्यूचुअल फंड, SBI म्यूचुअल फंड, DSP म्यूचुअल फंड, IDFC म्यूचुअल फंड, TATA म्यूचुअल फंड इत्यादि | 

विदेशी संस्थागत निवेशक (Foreign Institutional Investors)

वे सभी निवेशक जो भारत के बाहर रहकर भारत के स्टॉक मार्केट में निवेश करते है वे  विदेशी संस्थागत निवेशक कहलाते है |

शेयर बाज़ार का रेगुलेटर (Regulator of Stock Market)

शेयर बाज़ार में निवेशक या ट्रेडर बाज़ार से पैसा कमाने के लिए आते है | लेकिन कुछ लोग बहुत जल्दी से पैसा कमाकर अमीर बनाना चाहते ही और इसी लालच में कई लोग स्टॉक मार्केट का गलत इस्तेमाल भी करते है | पूर्व में स्टॉक मार्केट से जुडी कई सारी घोटाले सामने आये है |

Stock market -शेयर बाज़ार क्या है ? Full Detail in Hindi

स्टॉक मार्केट को सुचारू रूप से चलाने के लिए एक ऐसी संस्था की आवश्यकता पड़ी जो स्टॉक मार्केटको रेगुलेट करे तथा स्टॉक मार्केट में निवेश/ट्रेडिंग के लिए नियम बनाये | बाज़ार की इसी आवश्यकता को पूरा करने के लिए सेबी की स्थापना किया गया  |

अतः यह शेयर बाज़ार का रेगुलेटर सेबी अर्थात भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड(Securities and Exchange Board of India-SEBI) है जो स्टॉक मार्केट के लिए नियम कानून बनती है जिससे स्टॉक मार्केट में धांधली तथा घोटालों को रोका जा सके | Read More…

शेयर बाज़ार से शेयर को कैसे खरीदें(how to buy share from share market)

किसी भी कंपनी का IPO आ जाने के बाद वह  के स्टॉक मार्केट के स्टॉक एक्सचेंज में लिस्ट हो जाता है | जहाँ से ब्रोकर के माध्यम से आप शेयर में खरीद बिक्री कर सकते है | शेयर की खरीद विक्री के लिए आवश्यक है की आपके पास किसी भी ब्रोकर कंपनी का एक डीमेट अकाउंट होना आवश्यक है |

भारत में बहुत सारे फुल ब्रोकर कम्पनियां तथा डिस्काउंट ब्रोकर सर्विस कम्पनिया है सेबी के पास रजिस्टर है  जिनमे से किसी भी अच्छे बोकर से आप अपना डीमेट अकाउंट खोलकर बाज़ार में निवेश या ट्रेड कर सकते है | मारुबोज़ू कैंडलस्टिक पैटर्न(Marubozu Candlestick Pattern)

शेयर बाज़ार के नियम(stock market rules)

यदि आप शेयर बाज़ार में निवेश या ट्रेडिंग करना चाहते है, तो आपको शेयर बाज़ार के नियम के बारे में जानना अत्यंत आवश्यक है | जिससे आपको कम से कम नुकसान तथा अधिक से अधिक लाभ हो | आईये आज हम शेयर बाज़ार के नियम को समझाने का प्रयास करते है |

  • शेयर बाज़ार में हमेशा लंबे समय तक के लिए निवेश करें 
  • बाज़ार में रिस्क तथा रिवार्ड को समझ कर निवेश/ट्रेड करें
  • सही तथा सटीक समय पर निवेश करें
  • हमेशा भरोसेमंद ब्रोकर के साथ ट्रेड/निवेश करें | 

शेयर बाज़ार में हमेशा लंबे समय तक के लिए निवेश करें 

यह बाज़ार बहुत ही जोखिम भरा है | इसलिए यदि आप कम समय के लिए निवेश कर रहे है तो, हो सकता है कि  बाज़ार से सम्बंधित समाचार के कारण शेयर ऊपर या निचे हो जाये लेकिन शेयर लम्बे समय में अपने कंपनी के ग्रोथ पर ही निर्भर करता है | सही मायने में कहा जाय तो शेयर लंबे समय में कंपनी के प्रॉफिट का गुलाम होता है | इसलिए बड़े-बड़े निवेशक हमेशा लंबे समय तक निवेश करने के लिए सलाह देतें है |

शेयर बाज़ार - Stock market क्या है ? Full Detail in Hindi

बाज़ार में रिस्क तथा रिवार्ड को समझ कर निवेश/ट्रेड करें

बाज़ार में निवेश से पहले खुद के रिस्क लेने की क्षमता को आंकना अत्यंत आवश्यक है | बाज़ार में निवेश आपको अपने रिस्क लेने की क्षमता के अधर पर करना चाहिए | जैसे की यदि आप बड़े रिस्क टेकर है तो आपको माईक्रो कैप कंपनी तथा स्माल कैप की कंपनी में निवेश कर सकते है | लेकिन यदि आप में रिस्क लेने की क्षमता कम है तो बेहतर है कि आप बड़े-बड़े ब्लूचिप कंपनी में ही निवेश करें | डिविडेंट क्या है ? what is dividend

सही तथा सटीक समय पर निवेश करें

शेयर बाज़ार में अच्छे फंडामेंटल के शेयर को खरीदना जितना आवश्यक है उतना ही जरूरी है कि कंपनी के शेयर को सही कीमत पर ख़रीदा जाय | बाज़ार में हमेशा गिरावट में ही निवेश करना चाहिए | जब बाज़ार तेज़ हो तब निवेशक को इंतज़ार करना चाहिए | ज्यादातर नए निवेशकों में देखा जाता है कि जब बाज़ार तेज़ है तो वे भागते शेयर को पकड़ने का प्रयास करते है जबकि गिरते शेयर को बेच कर निकल जाते है | यह सरासर गलत है | आपको हमेशा गिरते बाज़ार में सपोर्ट पर धीरे धीरे किश्तों में निवेश करना सर्वोत्तम है |

हमेशा भरोसेमंद ब्रोकर के साथ ट्रेड/निवेश करें 

वर्तमान परिदृश्य को देखा जाय तो बहुत सारे ब्रोकर फर्म बाज़ार आ गए है, जिस कारण से अच्छा स्टॉक ब्रोकर की पहचान कर पाना मुश्किल हो गया है | अतः आपको स्टॉक ब्रोकर का चुनाव करने से पहले रिसर्च करना अत्यंत आवश्यक है | एक अच्छा ब्रोकर कम से कम ब्रोकरेज चारग लेती है, कोई सलाना शुल्क कम से कम या नहीं लेती हो तथा बाज़ार में पिछले 7 -8 वर्षो से कार्य कर रही हो | बोनस शेयर क्या है ? What is Bonus Share in Hindi

इस लेख से सम्बंधित प्रश्नोत्तरी

शेयर बाजार में कम से कम कितना पैसा लगा सकते हैं?

आप शेयर बाज़ार में कम से कम 5 पैसा लगा सकते है | शेयर बाज़ार में कई कंपनी ऐसी है जिनके एक शेयर की कीमत 5 पैसे है आप इनके एक शेयर खरीद कर भी शेयर बाज़ार के मतवाली चाल का आनंद ले सकते है | आपको शेयर बाज़ार में शुरुआत करने के लिए कम से कम 5 पैसे तथा अधिक से अधिक आप के पास जीतनी क्षमता हो उतना बाज़ार में लगा सकते है |

शेयर मार्केट कैसे सीखेंगे?

शेयर बाज़ार को सीखने के लिए आपको शेयर बाज़ार के बेसिक को सीखना चाहिए |
कंपनी का फंडामेंटल एनालिसिस करना सीखें
शेयर बाज़ार में टेक्निकल एनालिसिस करना सीखें
पेपर ट्रेडिंग कर अपने अनुभव में इजाफा करें 
शेयर बाज़ार से सम्बंधित बुक का अध्ययन करें 
शेयर बाज़ार के बारे में आप यू-ट्यूब का भी सहारा ले सकते है |
शेयर बाज़ार के इंडिकेटर का एनालिसिस करें 
प्राईस एक्शन को समझे 

शेयर कब खरीदना और बेचना चाहिए?

शेयर बाज़ार से शेयर खरीदने का सबसे उत्तम समय तब होता है जब शेयर बाज़ार में मंदी का दौर हो |  यदि आपको किसी कंपनी का फंडामेंटल पसंत आता है तो उस कंपनी का टेक्निकल एनालिसिस करने के पश्चात् शेयर को उसके सपोर्ट पर खरीदना चाहिए | एक ट्रेडर शेयर को अपने ट्रेडिंग एनालिसिस के अनुसार शेयर को बेचता है लेकिन एक निवेशक शेयर को तब बेचता है जब ख़रीदे गए कंपनी में कोई फंडामेंटल कमी नज़र आये या निवेशक को धनराशि की आवश्यकता हो |

सारांश(Summary)

दोस्तों अज के इस अध्याय में हम सबने शेयर बाज़ार क्या है, इसकी शुरुआत कैसे हुई से लेकर आज की आधुनिक ऑनलाइन शेयर बाज़ार के बारे में विस्तार से जाना | यदि इस लेख से सम्बंधित किसी प्रकार का कोई सवाल हो तो आप हमें contact@finohindi.com पर मेल कर सकते है | मुझे आपके सवालों के जबाब देने में ख़ुशी होगी |

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हेल्लो दोस्तों, मै पिछले 8 वर्षो से शेयर बाज़ार में निवेश तथा रिसर्च कर रहा हूँ | मै अपने अनुभव को Finohindi के माध्यम से आपके साथ सच्चाई के साथ सीधे तथा साफ शब्दों में बाटना चाहता हूँ | यदि आप शेयर बाज़ार में निवेश, ट्रेड करते है या आपकी शेयर बाज़ार में रूचि है तो आप सही जगह पर है

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