ESM कैटेगरी क्या है / ESM Surveillance list in Hindi

मेरे प्यारे पाठकों, यदि आप शेयर बाज़ार में कार्य करते होंगे तब आपने कभी कभी अपने देखा होगा कि किसी कंपनी के शेयर को खरीदते समय आपका ब्रोकर आपको अवगत कराता है कि इस कंपनी का शेयर ASM Category, GSM Category या ESM Category या ESM Surveillance list  शामिल में है | तो क्या आप जानते है कि इन सब कैटेगरी का क्या अर्थ है |

दोस्तों अपने पिछले लेख में हम सबने ASM तथा GSM कैटेगरी को विस्तार से जाना है | आज के अपने इस लेख ESM कैटेगरी क्या है / ESM Surveillance list in Hindi में हम सब पढेंगे कि ये ESM कैटेगरी क्या होता है, इस कैटेगरी को बनाने के पीछे सेबी तथा एक्सचेंज की क्या मंशा है, किसी कंपनी के शेयर को इस कैटेगरी में कब डाला जाता है, के साथ-साथ हम समझेंगे कि यदि आप द्वारा निवेशित कंपनी का शेयर GSM कैटेगरी में चला जाता है तब आपको क्या करना चाहिए |

Table of Contents

ESM निगरानी सूची क्या है / ESM Surveillance List In Hindi

भारतीय प्रतिभूति विनिमय बोर्ड (सेबी) और एक्सचेंज द्वारा निवेशकों के हितो की रक्षा के लिए तथा बाजार की अखंडता बनाये रखने के लिए 5 जून, 2023 को ESM कैटेगरी या ESM Surveillance list को इजाद किया | जब भी सेबी तथा एक्सचेंज को लगता है कि किसी कंपनी में मैनिपुलेशन कर कंपनी के शेयर को अपने लाभ के लिए ऊपर या निचे लाया जा रहा है तब इनपर निगरानी करने के लिए इन्हें ESM कैटेगरी के लिस्ट में शामिल कर लिया जाता है |

ESM कैटेगरी क्या है / ESM Surveillance list in Hindi

किसी कंपनी में मैनिपुलेशन की संभावना तब होती है जब कंपनी का साइज़ बहुत कम हो | अतः सेबी तथा एक्सचेंज कम मार्केट कैप की कंपनी पर अपनी नजरे बनाये रखते है | ESM का फूल फार्म Enhanced Surveillance Measure होता है | 

किसी कंपनी के शेयर को ESM कैटेगरी में कब डाला जाता है?

चूँकि छोटी कंपनी में मैनिपुलेशन की संभावना अधिक होती है अतः 500 करोड़ से कम मार्केट कैप वाली कंपनी पर ही निगरानी की जाती है | ऐसा नहीं है कि 500 करोड़ से कम मार्केट कैप के सभी कंपनियों को निगरानी के लिए इस कैटेगरी में डाल दिया जाता है, इस कैटेगरी में कंपनी के शेयर को डालने के लिए इनके द्वारा कुछ पैरामीटर तैयार किये गए है | जब कोई कंपनी इनके पैरामीटर के अंतर्गत आती है तो उन्हें इस कैटेगरी में शामिल कर लिया जाता है तथा ट्रेडिंग में कुछ पाबंदिया लगाकर निगरानी की जाती है | निफ्टी 50 क्या है? NIFTY 50 Meaning

ESM कैटेगरी के पैरामीटर(ESM category parameters)

किसी कंपनी के ESM लिस्ट में शामिल करने के निम्न पैरामीटर है |

उच्च निम्न भिन्नता (High Low Variation)

उच्च निम्न भिन्नता अर्थात किसी कंपनी के ऊपरी कीमत तथा निचे की कीमत का अंतर | जैसे यदि किसी कंपनी का शेयर आज के तारीख में 100 रुपये पर ट्रेड कर रहा है तथा अगले कुछ महीनो में यह कीमत बढ़कर 200 हो जाएगी तो इसका निम्न कीमत 100 तथा उच्च कीमत 200 रुपये कही जाएगी |

ESM कैटेगरी क्या है / ESM Surveillance list in Hindi

यदि किसी कंपनी के शेयर में पिछले 3 महीने में 75 प्रतिशत या उससे भी अधिक तेज़ी हो जाती है या पिछले 6 महीने के भीतर 100 प्रतिशत बढ़ जाता है या पिछले 12 महीने में कंपनी का शेयर 150 तक की बढ़ोतरी हो जाती है तब इसके तेज़ी के सत्यता की जाँच करने के लिए इसे ESM कैटेगरी के सूची में शामिल कर लिया जाता है | पोर्टफोलियो क्या है

क्लोज टू क्लोज प्राइस वैरिएशन(Close to close price variation)

यदि किसी कंपनी का शेयर आज 50 रुपये पर बंद हुआ है तथा यदि 3 महीनों के बाद इसी कंपनी का शेयर 100 पर बंद होता है तब तीन महीने पहले क्लोजिंग कीमत तथा आज की तारीख में क्लोजिंग कीमत में जो अंतर आया है उसे क्लोज टू क्लोज प्राइस वैरिएशन कहा जाता है |

यदि किसी कंपनी का मार्केट कैप 500 करोड़ रुपये से निचे है तथा उस कंपनी का शेयर क्लोजिंग कीमत के आधार पर पर तीन महीने में 50 प्रतिशत से अधिक बढ़ जाता है या 6 महीनो में 75 प्रतिशत या 12 महीनों में 100 प्रतिशत तक बढ़ जाता है तब एक्सचेंज इस तेज़ी की जाँच करने के लिए इन्हें ESM Surveillance list में शामिल कर लेती है | स्टॉप लॉस क्या है?

ESM में शामिल करने के बाद चरणवार निगरानी कार्रवाई

जब किसी कंपनी के शेयर को एक्सचेंज, ESM फ्रेमवर्क में शामिल करती है तो इनपर चरणबद्ध तरीके से निगरानी की जाती है | किसी भी कंपनी में निगरानी करने के लिए एक्सचेंज पहले stege – 1 में डालती है | यदि stege – 1 के पाबंदियों के बाद भी कंपनी के शेयर में अनियमित ट्रेड बनी रहती है तब एक्सचेंज इस पर पाबंदियां बढ़ाते हुए इसे stage 2 में डाल देता है | आईये अब हम एक एक कर इनके पाबंदियों को समझते है |

स्टेज 1 

पहले चरण(Stege 1) के पाबंदियां निम्न है |

  • ट्रेडिंग के लीवरेज को 100 प्रतिशत तक कर दिया जाता है |
  • ट्रेड फॉर ट्रेड सेटलमेंट लागु कर दिया जाता है |
  • कंपनी के शेयर का प्राईस बैंड 5% या 2%(यदि स्क्रिप्ट पहले से ही 2% बैंड में है) कर दिया जाता है |

यदि इन सभी प्रतिबंधो के बाबजूद कंपनी के शेयर के मूवमेंट में कोई कमी नही आती है तब कंपनी के शेयर को स्टेज 2 में ट्रांसफर कर दिया जाता है |

स्टेज 2

दुसरे चरण (Stege 2) के पाबंदियां निम्न है |

  • ट्रेडिंग के लीवरेज को 100 प्रतिशत तक कर दिया जाता है |
  • ट्रेड फॉर ट्रेड सेटलमेंट लागु कर दिया जाता है |
  • कंपनी के शेयर का प्राईस बैंड 2% सेट कर दिया जाता है |
  • कंपनी के शेयर में ट्रेडिंग आवधिक कॉल नीलामी(periodic call auction) के माध्यम से की जाती है |

पहले 2% बैंड के साथ हफ्ते में केवल एक बार ट्रेडिंग की अनुमति थी लेकिन 24 जुलाई 2023 से नियमो में बदलाव करके 2% प्राइस बैंड के साथ पुरे सप्ताह ट्रेडिंग की अनुमति दे दी गयी | एडवांस/डिक्लाइन रेशियो

ESM फ्रेमवर्क से कंपनी के शेयर कब बाहर आते है?

ESM फ्रेमवर्क में जिन कंपनियों के शेयर 90 कैलेंडर दिन पुरे कर लेती है वे ESM फ्रेमवर्क से बाहर आने के पात्र होते है | ESM फ्रेमवर्क में शामिल कंपनियों के सूची को समय-समय पर एक्सचेंज द्वारा अपडेट किया जाता है | किसी भी कंपनी के शेयर को कम से कम 1 महीने के लिए ESM Framework में रखा जाता है | एक महीने का समय पूरा हो जाने के बाद इनकी साप्ताहिक,समीक्षा की जाती है | यदि कंपनी के शेयर (प्रतिभूतियां) में एक महीने में 8 % से कम का वेरिएशन होता है तब कंपनी के शेयर को स्टेज 2 से बाहर निकल कर स्टेज 1 में डाल दिया जाता है |

ESM फ्रेमवर्क से कंपनी के शेयर कब बाहर आते है?

स्टेज 1 में कंपनी के शेयर में ट्रेडिंग पर साप्ताहिक रूप में समीक्षा की जाती है | यदि कंपनी के शेयर (प्रतिभूतियां) में एक महीने में 8% से कम का वेरिएशन बना रहता है तब 3 माह पूरा हो जाने के बाद कंपनी के शेयर को ESM फ्रेमवर्क से पूरी तरह बाहर कर दिया जाता है | बोनस शेयर क्या है ? What is Bonus Share in Hindi

ESM फ्रेमवर्क में शामिल कंपनियों की सूची (ESM Companies List)

अब सवाल ये है कि हम कैसे चेक कर सकते है कौन सी कंपनी ESM कैटेगरी के फ्रेम वर्क में शामिल है, हम इसकी जाँच कैसे कर सकते है? हम आपको बताना चाहते है कि इसके लिए आपको ज्यादा माथा पच्ची करने की आवश्यकता नहीं है | इसके लिए आप सीधे एक्सचेंज की वेबसाइट पर जाकर बड़ी आसानी से चेक कर सकते है |

वर्तमान में कुल 228 कंपनियों के शेयर ESM कैटेगरी में शामिल है | ये लिस्ट समय-समय पर अपडेट होती रहती है | आज चाहे तो nseindia.com/reports/esm पर क्लिक कर सीधे ESM कंपनियों के लिस्ट पर पहुँच सकते है |

शेयर के ESM कैटेगरी में शामिल हो जाने पर क्या करें?

यदि आप द्वारा निवेशित किसी कंपनी के शेयर को ESM कैटेगरी में शामिल कर लिया जाता है या आपको किसी कंपनी के फंडामेंटल पसंद आ रहे है तथा आप उस कंपनी में निवेश करना चाहते है लेकिन उस कंपनी का शेयर ESM कैटेगरी के फ्रेमवर्क में शामिल हो गया है तब आपको चिंतित होने की आवश्यकता नहीं है | यदि आपने किसी कंपनी के शेयर में निवेश किया है तब आपने कंपनी के फंडामेंटल तथा इसके बिजनेस ग्रोथ को देख कर निवेश किया होगा |

कंपनी के शेयर के ESM फ्रेमवर्क में चले जाने के बाद भी कंपनी अपना बिजनेस करती रहती है | कंपनी के ESM कैटेगरी में चले जाने के बाद मात्र कंपनी में संभावित अनियमित ट्रेडिंग की जाँच की जाती है | हाँ, ESM में चले जाने के बाद कंपनी ने ट्रेडिंग वॉल्यूम गिर जाता है, कोई भी बड़ा निवेशक निवेश या ट्रेड नहीं कर पता है | इस कारण जब तक कंपनी का शेयर ESM कैटेगरी में रहता है तब तक कंपनी का शेयर प्राइस ऊपर नहीं जा पाता है | ब्लू चिप शेयर क्या हैं

तो ESM कैटेगरी में निवेश का अर्थ है कि कुछ महीनों के लिए अपने पैसे को फसा लेना | क्यों कि हो सकता है कि आप द्वारा निवेशित पूंजी कुछ महीने तक ग्रो न कर पाए | लेकिन यदि आपने अच्छी  फंडामेंटल तथा बिजनेस ग्रोथ वाले कंपनी के शेयर में निवेश किया है तब ESM कैटेगरी से बाहर आने के बाद कंपनी का शेयर रॉकेट की तेज़ी से ऊपर निकल जाता है | 

इस लेख से सम्बंधित प्रश्नोत्तरी

ESM का फूल फार्म क्या है?

ESM का फूल फार्म Enhanced Surveillance Measure है | निवेशको के हितो की रक्षा के लिए तथा बाजार की अखंडता बनाये रखने के लिए 5 जून, 2023 को ESM कैटेगरी या ESM Surveillance list को इजाद किया है |

कैसी कंपनी को ESM कैटेगरी में डाला जाता है

चूँकि छोटी कंपनी में मैनिपुलेशन की संभावना अधिक होती है अतः 500 करोड़ से कम मार्केट कैप वाली कंपनी पर ही निगरानी की जाती है | ऐसा नहीं है कि 500 करोड़ से कम मार्केट कैप के सभी कंपनियों को निगरानी के लिए इस कैटेगरी में डाल दिया जाता है,

क्या नई लिस्टेड कंपनी के शेयर को ESM फ्रेमवर्क में शामिल किया जा सकता है?

जी हाँ, यदि कोई कंपनी नई लिस्टेड है तथा उसका मार्केट कैप 500 करोड़ से कम है तब एक्सचेंज को जब भी लगेगा की कंपनी के शेयर में मैनिपुलेशन किया जा रहा है तब एक्सचेंज इसे ESM कैटेगरी में शामिल कर लेता है |

कैसे पहचानें कोई स्टॉक ESM लिस्ट में है या नहीं?

ESM कैटेगरी के शेयर की पहचान करने के लिए आप एक्सचेंज की वेबसाइट का अवलोकन कर सकते है जैसे आप NSE की वेबसाइट https://www.nseindia.com/reports/esm पर जाकर ESM फ्रेम वर्क में शामिल कंपनी के शेयर को देख सकते है | इसके अलावा https://www.tickertape.in/ वेबसाइट पर जाकर कंपनी का नाम सर्च कर रेड फ्लैग सेक्शन में इसकी जाँच कर सकते है |

ESM कैटेगरी के पैरामीटर क्या है?

किसी कंपनी के ESM लिस्ट में शामिल करने के निम्न पैरामीटर है |
उच्च निम्न भिन्नता (High Low Variation)
क्लोज टू क्लोज प्राइस वैरिएशन(Close To Close Price Variation)
कंपनी का मार्केट कैप 500 करोड़ से निचे होना
मानक विचलन(standard deviation)

ESM कैटेगरी में stage 1 के पाबंदिया क्या है?

स्टेज 1 के पाबंदियां निम्न है | ट्रेडिंग के मार्जिन को 100 प्रतिशत तक कर दिया जाता है |
ट्रेड फॉर ट्रेड सेटलमेंट लागु कर दिया जाता है |
कंपनी के शेयर का प्राईस बैंड 5% या 2%(यदि स्क्रिप्ट पहले से ही 2% बैंड में है) कर दिया जाता है |

ESM कैटेगरी में stage 2 के पाबंदिया क्या है?

स्टेज 2 के पाबंदियां निम्न है | ट्रेडिंग के मार्जिन को 100 प्रतिशत तक कर दिया जाता है |
ट्रेड फॉर ट्रेड सेटलमेंट लागु कर दिया जाता है |
कंपनी के शेयर का प्राईस बैंड 2% सेट कर दिया जाता है |
कंपनी के शेयर में ट्रेडिंग आवधिक कॉल नीलामी(periodic call auction) के माध्यम से की जाती है |

आज हमने जाना(Today We Learned)

आज ESM कैटेगरी क्या है / ESM Surveillance list in Hindi के इस लेख में हम सबने जाना ESM कैटेगरी क्या होता है, इसे बनाने के पीछे एक्सचेंज तथा सेबी की क्या मंशा है, के साथ साथ हमने जाना कि ESM कैटेगरी कितने प्रकार की होती है |

मुझे आशा है कि अब आपको ESM Category से सम्बंधित समस्त प्रकार के सवालो के जवाब मिल गए होंगे | यदि आपको हमारा यह पोस्ट अच्छा लगा हो तो इसे अपने दोस्तों के साथ अवश्य शेयर करें |

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हेल्लो दोस्तों, मै पिछले 8 वर्षो से शेयर बाज़ार में निवेश तथा रिसर्च कर रहा हूँ | मै अपने अनुभव को Finohindi के माध्यम से आपके साथ सच्चाई के साथ सीधे तथा साफ शब्दों में बाटना चाहता हूँ | यदि आप शेयर बाज़ार में निवेश, ट्रेड करते है या आपकी शेयर बाज़ार में रूचि है तो आप सही जगह पर है

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