हाल ही में Nathan Anderson – नाथन एंडरसन के द्वारा अडानी के सम्बन्ध में अपने रिसर्च को उजागर कर चर्चा में रहे है तो आईये आज हम जानते है कि नाथन एंडरसन(Nathan Anderson) कौन है ? तथा इन्होने अपने रिसर्च में क्या कहा जिस कारण से अडानी के शेयर में तेज़ गिरावट जारी है |
नाथन एंडरसन(Nathan Anderson)
अमेरिका के न्यूयार्क सिटी में स्थापित Hindenburg Research कंपनी के मालिक नाथन एंडरसन (Nathan Anderson) है | इन्होने कनेक्टिकट यूनिवर्सिटी (University of Connecticut) से ग्रेजुएट डिग्री (Graduate degree in International Business) प्राप्त की है | शिक्षा पूरी करने के बाद नाथन एंडरसन को एक डाटा रिसर्च कम्पनी में काम मिल जाता है | इस कम्पनी में कार्य करने के साथ -साथ नाथन एंडरसन डाटा और शेयर मार्केट की गहराइयों को समझने लगते है |
हिंडनबर्ग कंपनी की स्थापना
नाथन एंडरसन(Nathan Anderson) को अपनी रिसर्च से पक्का यकीन हो जाता है की शेयर मार्केट में कुछ तो ऐसा चल रहा है जो आम लोगों को नहीं पता है । इसी बीच नाथन एंडरसन(Nathan Anderson) के दिमाग में फाइनेंशियल रिसर्च कंपनी का आइडिया आता है। आसमान का टाइटैनिक कहे जाने वाले जहाज हिंडनबर्ग में घटित हुयी हिंडनबर्ग आपदा(वर्ष 1937 ) की याद में एंडरसन ने वर्ष 2017 में नाथन एंडरसन(Nathan Anderson) ने अपनी नई कंपनी ‘हिंडनबर्ग’ की शुरुआत की ।
कम्पनी की शुरुआत करने के बाद नाथन एंडरसन (Nathan Anderson) ने भारत, कनाडा, चीन तथा अमेरिका कई पूंजीपतियों का हेर-फेर, अकाउंट की धोखाधड़ी तथा मनी लांड्रिंग जैसे मामलों को उजागर कर अपनी रिपोर्ट से सबको चौका कर रख दिया |
हाल ही में 25 जनवरी 2022 को इनकी कंपनी हिंडनबर्ग रिसर्च ने भारतीय अडानी समूह के सम्बन्ध में एक रिपोर्ट पेश कर सुर्खियों में है |
हिंडनबर्ग रिसर्च (Hindenburg Research)
हिंडनबर्ग रिसर्च (Hindenburg Research) एक वित्तीय शोध करने वाली कंपनी है, जो शेयर बाज़ार और डेरिवेटिव मार्केट के आंकड़ों का विश्लेषण करती है। इस कंपनी की स्थापना वर्ष 2017 में नाथन एंडरसन(Nathan Anderson) द्वारा न्यूयार्क सिटी अमेरिका में किया गया था| इस कम्पनी को कॉरपोरेट जगत में चल रहे गलत तरीके से पैसों की हेरा-फेरी, अकाउंट मिसमैनेजमेंट मनीलांड्रिंग को उजागर करने के साथ साथ शोर्ट सेलर के रूप में जाना जाता है |
अडानी समूह पर रिसर्च
कई सालों बाद हिंडनबर्ग रिसर्च कंपनी ने भारतीय कम्पनी अडानी समूह के सम्बन्ध में 25 जनवरी को एक रिपोर्ट पेश की | जिसमे कम्पनी ने अडानी समूह से कुल 88 प्रश्न दागे है साथ ही हिंडनबर्ग रिसर्च कंपनी ने दावा किया है कि अडानी समूह अपने शेयरों के हेर-फेर तथा अकाउंट की धोखाधड़ी से शेयर के दाम पिछले दशक में असामान्य उचाई पर ले गए है |
हिंडनबर्ग रिसर्च कंपनी के रिपोर्ट दावा करता है की अडानी समूह की सभी कंपनियां शेयर बाज़ार में इतने अधिक वैल्यूएशन पर ट्रेड कर रही है कि कंपनियों को अपने सही वैल्यूएशन पर आने के लिए यहाँ से 85 प्रतिशत निचे आना होगा |
साथ ही रिसर्च कम्पनी ने यह भी आरोप लगाया गया है की समूह का मॉरीशस से लेकर संयुक्त अरब अमीरात तक कई अन्य कंपनियां का स्थापित है जिनका प्रयोग समूह द्वारा भ्रष्टाचार, मनी लांड्रिंग के लिए किया गया तथा इन कंपनियों के जरिए फंड की हेराफेरी भी की गई।
रिपोर्ट में कहा गया है कि बड़े पैमाने पर शेयरों को गिरवी रखकर कर्ज लिया| हिंडनबर्ग रिसर्च कंपनी ने इससे पूर्व अमेरिकी कम्पनी nikola(2020), Liberty Health Sciences(2018), Genius Brands(2020), Pershing Gold(2017), PolarityTE (2017), SC Worx(2020), HF Food(2020), SmileDirectClub(2019), Bloom Energy(2019), तथा चीनी कम्पनी WINS Finance(2020), China metal Resources Utilization(2020), Pershing Gold आदि कंपनियों के संबध में अपनी रिपोर्ट से प्रस्तुत कर इन कंपनी का भारी नुकसान कर चुकी है |
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