दोस्तों हम जब भी किसी कंपनी का फंडामेंटल एनालिसिस करते है तब हम कंपनी के डिविडेंट यील्ड (Dividend Yield) का भी एनालिसिस करते है | तो आज के अपने इस लेख में हम इसी डिविडेंट यील्ड को विस्तार से समझेंगे |
डिविडेंट यील्ड क्या है / Dividend Yield Meaning in Hindi
डिविडेंट यील्ड या लाभांश उपज एक ऐसा वित्तीय अनुपात है जो किसी कंपनी के प्रति शेयर के सापेक्ष वार्षिक डिविडेंट को दर्शाता है |
दूसरे शब्दों में कहा जाय तो किसी कंपनी का डिविडेंट यील्ड हमें यह बताता है कि कंपनी अपने शेयर धारक को कितने प्रतिशत पूंजी डिविडेंट के रूप में बाँटती देती है |
जैसे – यदि किसी कंपनी के शेयर की कीमत 300 रुपये है तथा कंपनी का डिविडेंट यील्ड 5 है तो इसका अर्थ है कि कंपनी प्रति वर्ष अपने 100 रुपये पर 5 रुपये डिविडेंट दे रही है इस हिसाब से यह कंपनी प्रति वर्ष अपने शेयर धारक को प्रति शेयर 5*3 = 15 रुपये का डिविडेंट खाते में भेज देती हैं |
डिविडेंट यील्ड का सूत्र (Dividend Yield Formula)
किसी भी कंपनी का लाभांश उपज ज्ञात करने के लिए हमें उस कंपनी कंपनी द्वारा वर्ष भर में दिए गए कुल डिविडेंट में कंपनी के शेयर की कीमत से भाग देकर 100 से गुणा कर दिया जाता है |
लाभांश उपज = हाल के वर्ष में दिए गए कुल डिविडेंट *100 / शेयर की वर्तमान प्राइस |
जैसे यदि किसी कंपनी ने हाल के वर्ष में अपने शेयर धारको को 40 रुपये का डिविडेंट दिया है तथा कंपनी के एक शेयर कि कीमत 1254 रुपये पर चल रहा है तब इस कंपनी का
लाभांश उपज = हाल के वर्ष में दिए गए कुल डिविडेंट *100/ शेयर प्राइस
= 40/1254*100
= 3.19
इसका अर्थ है कि यह कंपनी अपने शेयर धारकों को प्रत्येक 100 रुपये के निवेश पर 3.19 रुपये का डिविडेंट उनके खाते में भेज देती है | इस प्रकार हम यह भी कह सकते है कि किसी कंपनी का डिविडेंट यील्ड एक प्रकार से डिविडेंट रिटर्न होता है जो सीधे शेयर धारक के खाते में भेज दी जाती है |
अब यदि कंपनी लगातार अपने शेयर धारक को डिविडेंट देती आ रही है तो इसका अर्थ है कंपनी स्टेबल है तथा लगातार लाभ कमा रही है | जो कंपनी लगातार लाभ कमा रही होती है लेकिन कंपनी के ग्रोथ की संभावना नहीं होती है तब कंपनी बिजनेस में कमाए गए लाभ को डिविडेंट के रूप में अपने शेयर धारकों में बाँट देती है | लम्बे समय तक निवेश करने के लिए शेयर
लाभांश उपज का प्रयोग कैसे करें
शेयर बाज़ार में दो प्रकार के निवेशक होते है | एक वो, शेयर बाज़ार में निवेश करके कंपनी के शेयर से शेयर वैल्यू ग्रोथ के रूप में कमाई करना चाहते है तथा दुसरे वो जो शेयर बाज़ार से एक बड़ी रकम डिविडेंट के रूप में कमाना चाहते है |
जो निवेशक शेयर बाज़ार से शेयर वैल्यू ग्रोथ के रूप में लाभ कमाना कहते है वे ऐसी कंपनी में निवेश करना पसंद करते है जिन कंपनी का डिविडेंट यील्ड कम से कम हो, कंपनी के बिजनेस का सेक्टर ग्रोविंग फेज में हो तथा कंपनी के फंडामेंटल अच्छे हो | सामान्यतः ऐसी कंपनियां अपने बिज़नेस में कमाए गए मुनाफे को अपने बिजनेस में लगाती जाती है तथा इस प्रकार कंपनी बड़ी बनती जाती है |
लेकिन जो निवेशक शेयर बाज़ार से डिविडेंट के रूप में लाभ लेना चाहते है वो ऐसे कंपनी में निवेश करना पसंद करते है जिनका डिविडेंट यील्ड अधिक होता है | इस कैटेगरी में सामान्यतः वे कंपनिया आती है जो अपने बिजनेस में ग्रोथ नहीं ला पाती है या जिनके पास अपने बिजनेस के ग्रोथ की संभावनाये बहुत कम होती है |
अतः जो निवेशक डिविडेंट के रूप में शेयर बाज़ार से कमाई करना चाहते है वे अधिक डिविडेंट देने वाली कंपनी में निवेश करना पसंद करते है | लेकिन जो निवेशक कंपनी के शेयर वैल्यू ग्रोथ के रूप में लाभ कमाना चाहते है वे अच्छी फंडामेंटल तथा बिजनेस ग्रोविंग कंपनी में निवेश करना पसंद करते है | कैंडलस्टिक पैटर्न
क्या अधिक लाभांश उपज अच्छा है?
किसी कंपनी का अधिक डिविडेंट देना हमेशा अच्छा नहीं होता है |
इसका पहला कारण तो होता है अधिक डिविडेंट देने वाले कंपनी का बिजनेस कम ग्रो कर पाना | जो कंपनिया अधिक डिविडेंट देती है उन कंपनी में ग्रोथ बहुत कम होती है | जिन कंपनी का बिजनेस ग्रोथ नहीं करता है उनका शेयर प्राइस भी ग्रो नहीं कर पाता है अतः इन कंपनी में शेयर वैल्यू ग्रोथ बहुत कम मिलता है |
ग्रोविंग कंपनी का शेयर वैल्यू ग्रोथ, अधिक डिविडेंट देने वाली कंपनी से कही अधिक होता है | इस कारण से जो निवेशक शेयर बाज़ार से अमीर बनने के इरादे से शेयर बाज़ार में निवेश करते है अधिक डिविडेंट यील्ड वाले कंपनी में निवेश करना कम पसंद करते है |
डिविडेंट की वैल्यू, शेयर प्राइस से कम हो जाना | जब कोई कंपनी डिविडेंट देने का एलान कराती है तब वो एक्स डेट का भी एलान करती है | एक्स डेट वो डेट होता है जो तय कराता है कि कंपनी का डिविडेंट किसे किसे प्राप्त होगा | एक्स डेट के दिन जिनके पास भी उस कंपनी का शेयर रहता है वो कंपनी का डिविडेंट पाने का हकदार होता है | जिस दिन कंपनी कंपनी का एक्स डेट होता है उस दिन कंपनी के शेयर से डिविडेंट की वैल्यू कम हो जाती है |
जैसे यदि किसी कंपनी X के एक शेयर की कीमत 500 रुपये है तथा मान लीजिये कंपनी ने 5 रुपये का डिविडेंट देने का एलान किया है तब एक्स डेट वाले दिन कंपनी के शेयर की कीमत कम होकर 495 रह जाएगी |
इस कारण से कंपनी शेयर प्राइस में ग्रोथ नहीं आ पाता है तथा निवेशक का पोर्टफोलियो भी ग्रो नहीं कर पाता है | इस कारण से भी निवेशक अधिक डिविडेंट यील्ड वाले कंपनी को पसंद नहीं करते है | वॉरेन बफेट का जीवन दर्शन
अधिक डिविडेंट देने वाली कंपनी में कौन निवेशक निवेश करते है
शेयर बाज़ार में निवेश करने वाले ऐसे निवेशक जो शेयर बाज़ार से बड़ी वेल्थ बना लिये रहते है या ऐसे निवेशक जो शेयर बाज़ार में निवेश कम रिस्क के साथ करना चाहते है वे अधिक डिविडेंट देने वाली कंपनी में निवेश करना पसंद करते है |
अधिक डिविडेंट देने वाली कंपनी कौन सी है?
शेयर बाज़ार में अधिक डिविडेंट देने वाली कुछ कंपनी इस प्रकार है |
- Styrenix Perfor.
- Vedanta Ltd
- Ruchira Papers
- Coal India
- VST Industries
- O N G C
- Power Grid Corpn
आप चाहे तो अधिक डिविडेंट देने वाली कंपनी की सूची Screener की वेबसाइट पर जाकर बड़ी आसानी से देख सकते है | प्राइस एक्शन ट्रेडिंग क्या है ?
इस लेख से सम्बंधित प्रश्नोत्तरी
डिविडेंट यील्ड क्या है
डिविडेंट यील्ड या लाभांश उपज एक ऐसा वित्तीय अनुपात है जो किसी कंपनी के प्रति शेयर के सापेक्ष वार्षिक डिविडेंट को दर्शाता है |
दूसरे शब्दों में कहा जाय तो किसी कंपनी का डिविडेंट यील्ड हमें यह बताता है कि कंपनी अपने शेयर धारक को कितने प्रतिशत पूंजी डिविडेंट के रूप में बाँटती देती है |
डिविडेंट यील्ड का फार्मूला क्या है |
किसी भी कंपनी का लाभांश उपज ज्ञात करने के लिए हमें उस कंपनी कंपनी द्वारा वर्ष भर में दिए गए कुल डिविडेंट में कंपनी के शेयर की कीमत से भाग देकर 100 से गुणा कर दिया जाता है |
लाभांश उपज = हाल के वर्ष में दिए गए कुल डिविडेंट x 100 / शेयर की वर्तमान प्राइस |
अधिक डिविडेंट देने वाली कंपनी कौन सी है?
शेयर बाज़ार में अधिक डिविडेंट देने वाली कुछ कंपनी इस प्रकार है |
Styrenix Perfor.
Vedanta Ltd
Ruchira Papers
Coal India
VST Industries
O N G C
Power Grid Corpn
आज हमने जाना(Today We Learned)
मेरे प्रिय पाठकों, आज के इस लेख डिविडेंट यील्ड / लाभांश उपज क्या है / Dividend Yield Meaning in Hindi में हम सबने जाना कि किसी कंपनी का डिविडेंट यील्ड क्या है, इसे ज्ञात करने का सूत्र क्या है, अधिक डिविडेंट यील्ड अच्छा है या बुरा के साथ साथ हम सबने जाना कि शेयर बाज़ार में लाभांश उपज का कैसे प्रयोग कर निवेश किया जाता है |
हम आशा करते है कि अब आपको लाभांश उपज से सम्बंधित सभी प्रश्नों के उत्तर मिल गए होंगे | आपको हमारा यह पोस्ट कैसा लगा हमें कमेन्ट कर अवश्य बताये | यदि आपको यह लेख अच्छा लगा हो तो इसे अपने दोस्तों के साथ अवश्य शेयर करें |
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