मेरे प्रिय पाठकों, अपने पिछले लेख में हम सब लोग बैंक निफ्टी तथा निफ्टी IT को विस्तार से समझा | आज के इस लेख निफ्टी 50 क्या है? NIFTY 50 Meaning in Hindi में हम सब नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के सबसे बड़े इंडेक्स निफ्टी 50 को सरल भाषा में समझेंगे |
हम सब जब भी शेयर बाज़ार के बारे पढ़ते या किसी से सुनते है तो आप निफ्टी 50 के बारे में जरूर सुनते होंगे | यहाँ तक की समाचार में जब आपको शेयर बाज़ार में तेज़ी या मादी को बताना होता है तो वे सेंसेक्स तथा निफ्टी 50 के तेज़ी तथा मंदी को ही बताते है |
दरअसल नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का महत्वपूर्ण इंडेक्स निफ्टी 50 तथा बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का महत्वपूर्ण इंडेक्स सेंसेक्स, भारतीय शेयर बाज़ार की रीड की हड्डी है | यदि ये दोनों इंडेक्स तेज़ी से ऊपर जा रहे है तो इसका अर्थ है कि भारतीय अर्थव्यवस्था तेज़ी से ऊपर जा रहा है | ठीक इसी प्रकार जब इन इंडेक्स में मंदी होती है तो भारतीय अर्थव्यवस्था के तेज़ी से निचे जाने का अंदेशा लगाया जाता है |
तो आईये आज के इस लेख में हम समझते है कि ये निफ्टी 50 क्या है, इसका निर्माण कैसे हुआ, इस इंडेक्स में कौन कौन से शेयर को शामिल किया गया है, इस इंडेक्स में किस शेयर का कितना वेटेज है, के साथ-साथ हम जानेंगे कि एक ट्रेडर निफ्टी 50 में कैसे ट्रेड करता है | ROE क्या होती है
निफ्टी 50 क्या है? NIFTY 50 Meaning in Hindi
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज(National Stock Exchange) के टॉप 50 कंपनियों के समूह के सूचकांक को निफ्टी 50 कहा जाता है | निफ्टी 50 शब्द नेशनल तथा फिफ्टी(National Fifty) से मिलकर बना है | इस इंडेक्स(सूचकांक) में कुल 14 अलग-अलग सेक्टर के कंपनियों को शामिल किया गया है | यह सूचकांक भारत के राष्ट्रिय सूचकांक में से एक है जो सर्वाधिक लोकप्रिय है | भारत का दूसरा राष्ट्रिय सूचकांक बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का सूचकांक सेंसेक्स है |
सामान्यतः निफ्टी 50 की ग्रोथ से भारतीय अर्थ व्यवस्था को आंका जाता है | जब निफ्टी 50 में तेज़ी या बढ़ोतरी देखी जाती है तब भारतीय अर्थ व्यवस्था में अच्छी ग्रोथ का आंकड़ा लगाया जाता है | ठीक इसी प्रकार जब यह इंडेक्स निचे गिरता है तब भारतीय अर्थ व्यवस्था में मंदी का दौर माना जाता है | PE रेशियो क्या है
निफ्टी 50 का इतिहास / History of Nifty 50
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज आँफ इण्डिया की स्थापना वर्ष 1992 में किया गया था | इसने पहली बार पेपर आधारित ट्रेडिंग को बंद कर उन्नत इलेक्ट्रानिक ट्रेडिंग सिस्टम को विकसित किया, जो आज भी प्रचलन में है | इस एक्सचेंज की स्थापना M.J. शेरवानी समिति की शिफारिश पर किया गया था |
निफ्टी(Nifty), नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का प्रमुख सूचकांक है | Nifty 50 की स्थापना वर्ष 1996 में की गयी थी | पहले इसका नाम CNX Nifty था, जिसे वर्ष 2015 में बदलकर Nifty 50 कर दिया गया | जब इस इंडेक्स की शुरुआत किया गया था तब इसकी वैल्यू 1000 रुपये थी लेकिन आज की तारीख में ये 21000 के ऊपर ट्रेड कर रहा है | स्टॉक स्प्लिट क्या है ?
निफ्टी 50 की जरूरत क्यों पड़ी / Why was there a need for Nifty 50?
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज(National Stock Exchange – NSE) में कई हजार कंपनिया लिस्टेड है | कुछ बहुत बड़ी है तो कुछ बहुत छोटी है | कुछ कंपनिया मिड कैप है तो कुछ लार्ज कैप/ब्लूचिप है | NSE में लिस्टेड इन सभी कंपनियों के तेज़ी तथा मंदी का आंकलन कर पाना बड़ी समस्या बनी थी | इसी समस्या का निराकरण करने के लिए निफ्टी 50 को बनाया गया |
दूसरे शब्दों में कहा जाय तो नेशनल स्टॉक एक्सचेंज में लिस्टेड कंपनियों के ग्रोथ का आंकलन करने के लिए निफ्टी 50 इंडेक्स को इजाद(बनाया) किया गया है |
इन हजारो कंपनियों में से 50 सबसे बड़ी तथा अच्छी कंपनियों के स्टॉक को मिलाकर इस निफ्टी 50 को बनाया गया | निफ्टी में शामिल सभी 50 कंपनियों का मार्केट कैप, शेष हजारो कंपनियों के मार्केट कैप से भी अधिक है इस कारण से इस इंडेक्स के ग्रोथ को बाज़ार का सम्पूर्ण ग्रोथ मान लिया जाता है | स्टॉप लॉस क्या है?
निफ्टी 50 में शामिल होने की शर्ते / Conditions for joining Nifty 50
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज – NSE द्वारा गठित टीम प्रत्येक 6 माह के बाद इस इंडेक्स का अवलोकन करती है | यदि इस इंडेक्स में कोई ऐसी कंपनी शामिल है जो पहले इस इंडेक्स में शामिल होने की शर्तो को पूरा करती थी लेकिन किन्ही कारणों से अब कंपनी इंडेक्स में शामिल होने की शर्तो को पूरा नहीं कर पा रही है तब ऐसी कंपनी को बाहर निकाल दिया जाता है | इसके बाद इंडेक्स के शर्तो को पूरा करने वाले कंपनी के शेयर को इंडेक्स में शामिल कर लिया जाता है |
निफ्टी इंडेक्स में शामिल होने की शर्ते इस प्रकार है:-
- कंपनी का भारतीय होना आवश्यक है |
- कंपनी का NSE अर्थात नेशनल स्टॉक एक्सचेंज में लिस्ट होना अत्यंत आवश्यक है |
- शेयर का निर्धारित स्तर से अधिक लिक्विडिटी होनी चाहिए, ताकि इसमें सही रूप से खरीद-बिक्री हो सके |
- कंपनी की पिछले 6 महीने में ट्रेडिंग आवृत्ति 100 प्रतिशत तक होना चाहिए |
- निफ्टी 50 इंडेक्स में शामिल होने के लिए कंपनी का मार्केट कैपिटलाइजेशन, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज में लिस्टेड कंपनियों के मार्केट कैप के टॉप 50 में होना आवश्यक है |
- जिस कंपनी के पर DVR शेयर उपलब्ध होता है वो कंपनी भी निफ्टी 50 में शामिल होने के पात्र होते है |
- ट्रेडिंग के लिए कंपनी का शेयर फ्यूचर एंड आप्शन सेगमेंट में उपलब्ध होना चाहिए |
- कंपनी के पास एक फ्री-फ्लोटिंग औसत बाजार पूंजीकरण होना आवश्यक है | यह इस सूचकांक(Index) की सबसे छोटी कंपनी से 1.5 गुना ज्यादा होना चाहिए |
- कंपनी को भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन करना आवश्यक है | ऐसा न करने पर कंपनी को इंडेक्स से बाहर का रास्ता दिखा दिया जाता है |
निफ्टी 50 की गणना कैसे की जाती है / How is Nifty 50 calculated
निफ्टी 50 की गणना फ्लोट-समायोजन के साथ-साथ बाजार पूंजीकरण-भारित पद्धति का प्रयोग कर किया जाता है | निफ्टी 50 इंडेक्स का आधार अवधि 3 नवंबर, 1995 है जिसका आधार कीमत 1000 तथा आधार पूंजी(base capital) 2.06 ट्रिलियन रुपये है | निफ्टी 50 के सूचकांक की गणना के लिए निम्न सूत्र का प्रयोग किया जाता है |
सूचकांक का मूल्य = वर्तमान बाजार मूल्य/(1000 * बेस मार्केट कैपिटल)
जहाँ:-
- वर्तमान बाजार मूल्य – वर्तमान मार्केट कैप सूचकांक के लिए गणना की गई भारित मार्केट कैप है | अर्थात निफ्टी में शामिल सभी 50 कंपनियों का मार्केट कैप |
- बेस मार्केट कैपिटल – बेस मार्केट कैपिटल आधार अवधि में सूचकाकं में शामिल सभी 50 कंपनियों का मार्केट कैप है, जो 2.06 ट्रिलियन रुपये है |
- 1000 – आधार दिवस को निफ्टी 50 की वैल्यू , निफ्टी का आधार दिवस 3 नवंबर, 1995 है | शेयर मार्केट से अमीर कैसे बने
निफ्टी 50 के शेयर की सूची तथा इनका वेटेज / List of Nifty 50 shares and their weightage
निफ्टी 50 के सूचकांक में शामिल शेयरों की सूची निम्न है:-
S.n. | Company | Stock Symbol | Weightage |
1 | HDFC Bank | HDFCBANK | 13.26% |
2 | Reliance Industries | RELIANCE | 9.11% |
3 | ICICI Bank | ICICIBANK | 7.42% |
4 | Infosys | INFY | 5.89% |
5 | ITC | ITC | 4.37% |
6 | Larsen & Toubro Ltd | L&T | 4.26% |
7 | Tata Consultancy Services | TCS | 4.05% |
8 | Axis Bank | AXISBANK | 3.38% |
9 | Kotak Mahindra Bank | KOTAKBANK | 2.93% |
10 | Bharti Airtel | BHARTIARTL | 2.69% |
11 | Hindustan Unilever | HINDUNILVR | 2.58% |
12 | State Bank of India | SBIN | 2.46% |
13 | Bajaj Finance | BAJFINANCE | 2.15% |
14 | Asian Paints | ASIANPAINT | 1.77% |
15 | Mahindra & Mahindra | M&M | 1.67% |
16 | Titan Company | TITAN | 1.65% |
17 | HCL Technologies | HCLTECH | 1.61% |
18 | Maruti Suzuki India | MARUTI | 1.60% |
19 | Sun Pharma | SUNPHARMA | 1.50% |
20 | Tata Motors | TATAMOTORS | 1.41% |
21 | NTPC | NTPC | 1.41% |
22 | UltraTech Cement | ULTRACEMCO | 1.18% |
23 | Tata Steel | TATASTEEL | 1.18% |
24 | IndusInd Bank | INDUSINDBK | 1.08% |
25 | Power Grid Corporation | POWERGRID | 1.08% |
26 | Bajaj Finserv | BAJAJFINSV | 1.03% |
27 | Nestle India | NESTLEIND | 0.98% |
28 | Adani Enterprises | ADANIENT | 0.88% |
29 | Coal India | COALINDIA | 0.88% |
30 | Tech Mahindra | TECHM | 0.86% |
31 | Oil & Natural Gas Corp. | ONGC | 0.86% |
32 | Hindalco Industries | HINDALCO | 0.85% |
33 | Grasim Industries | GRASIM | 0.84% |
34 | HDFC Life Insurance Co. | HDFCLIFE | 0.84% |
35 | JSW Steel | JSWSTEEL | 0.84% |
36 | Dr. Reddy’s Laboratories | DRREDDY | 0.80% |
37 | Bajaj Auto | BAJAJ-AUTO | 0.78% |
38 | Adani Ports and SEZ | ADANIPORTS | 0.75% |
39 | SBI Life Insurance Co. | SBILIFE | 0.73% |
40 | Cipla | CIPLA | 0.72% |
41 | Wipro | WIPRO | 0.66% |
42 | Britannia Industries | BRITANNIA | 0.65% |
43 | Tata Consumer Products | TATACONSUM | 0.64% |
44 | Apollo Hospitals Enterprise | APOLLOHOSP | 0.63% |
45 | Eicher Motors | EICHERMOT | 0.60% |
46 | LTIMindtree Ltd | LTIM | 0.58% |
47 | Hero MotoCorp | HEROMOTOCO | 0.56% |
48 | Divi’s Laboratories | DIVISLAB | 0.55% |
49 | Bharat Petroleum Corp. | BPCL | 0.47% |
50 | UPL | UPL | 0.33% |
अगर निफ्टी 50 के इंडेक्स में सेक्टर वाइज शेयर की बात करे तो इस इंडेक्स में वर्तमान में कुल 14 सेक्टर के शेयर शामिल है जिनमे से केमिकल(Chemicals) सेक्टर का सबसे कम वेटेज(लगभग 0.33%) तथा वित्तीय सेवाएं(Financial Services) सेक्टर को सबसे अधिक वेटेज(लगभग 37%) दिया गया है |
निफ्टी 50 तथा सेंसेक्स में अंतर / Difference between Nifty 50 and Sensex
निफ्टी 50 की तरह सेंसेक्स भी एक इंडेक्स(सूचकांक) है | निफ्टी 50, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज में लिस्टेड 50 शेयरों का इंडेक्स है जबकि सेंसेक्स, बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज में लिस्टेड 30 कंपनियों के शेयरों का एक सूचकांक है | चूँकि निफ्टी 50, बड़ी-बड़ी तथा सेंसेक्स से अधिक शेयरों वाला इंडेक्स है, अतः निफ्टी 50 इंडेक्स का सर्वाधिक बोलबाला होता है | डबल बॉटम चार्ट पैटर्न
NIFTY 50 में निवेश कैसे करें / How to invest in Nifty 50
यदि आप NSE के इस इंडेक्स निफ्टी 50 में निवेश करना चाहते है या शेयर बाज़ार के किसी भी शेयर में निवेश करना चाहते है तो सबसे पहले आपके पास एक डीमैट खाता होना अत्यंत आवश्यक है | यदि आपके पास अभी तक कोई डीमैट खाता नहीं है तो आप भारत के सबसे भरोसेमंद ब्रोकर Zerodha के साथ अपना डीमैट खाता खोलकर शेयर बाज़ार में निवेश की शुरुआत कर सकते है |
यदि आपने अपना डीमेट अकाउंट खोल रखा है तब आप निम्न तरीको से निफ्टी 50 में निवेश कर सकते है |
- निफ्टी 50 में सीधा निवेश: NSE के सूचकांक निफ्टी 50 में निवेश करने के दो उपाय है | पहला उपाय तो ये है कि आप निफ्टी 50 में शामिल शेयर के वेटेज के अनुसार अपने पोर्टफोलियो में शेयर खरीदकर रख सकते है या एक दूसरा उपाय ये है कि शेयर बाज़ार के ETF(एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड), NIFTYBEES में निवेश कर सकते है जो निफ्टी इंडेक्स के समतुल्य रिटर्न देता है |
- निफ्टी 50 में अप्रत्यक्ष निवेश: आप म्यूचुअल फंड के इंडेक्स फंड में निवेश कर निफ्टी के ग्रोथ का लाभ ले सकते है | म्यूचुअल फंड में लगभग सभी इंडेक्स/सूचकांक के इंडेक्स फंड होते है | आप जिस भी इंडेक्स फंड में निवेश करना चाहते है उस इंडेक्स फंड में सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) कर सकते है या एकमुश्त निवेश कर सकते है | इंडेक्स फंड के फंड मैनेजर उस इंडेक्स में शामिल शेयर तथा उनके वेटेज के अनुसार शेयर खरीदकर पोर्टफोलियो को मैनेज करते है | शेयर बाज़ार में निवेश के नियम
निफ्टी 50 का रिटर्न
जब से निफ्टी 50 इंडेक्स को बनाया गया तब से इसने अब तक लगभग 11.5 प्रतिशत का सलाना रिटर्न अपने निवेशको को दिया है | इसका अर्थ है कि यदि आप वर्ष 1995 में निफ्टी के इंडेक्स में 1000 रुपये जमा किये होते तो आज आपके हाँथ में 21000 रुपये होते |
यदि आप बैंक में फिक्स्ड डिपाजिट करते है तब भी आपको 6 से 7 प्रतिशत तक रिटर्न मिलता है | इसके अलावा डेब्ट फंड भी 8 से 9 प्रतिशत तक रिटर्न बना पाते है | अतः यदि आप लंबे समय तक निवेश करना चाहते है तथा रिस्क नहीं लेना चाहते है या बहुत कम रिस्क लेना चाहते है तब आप निफ्टी 50 में निवेश या इसके इंडेक्स फंड में निवेश कर सकते है | क्रिप्टो करेंसी क्या है?
निफ्टी 50 में ट्रेडिंग कैसे करें
मेरे दोस्त यदि आप शेयर बाज़ार में नए है तथा आप शेयर बाज़ार में ट्रेडिंग करना चाहते है तब मुझे लगता है कि पहले आपको पेपर ट्रेडिंग कर अपने ट्रेडिंग के हुनर को आजमाना चाहिए | यदि पेपर ट्रेडिंग में आपको कम से कम 60 -70 प्रतिशत तक लाभ हो पा रहा है तब आप कैश में ट्रेडिंग कर सकते है अन्यथा की स्थिति में आपको अपने ट्रेडिंग के हुनर को और निखारने की आवश्यकता है |
यदि आप ट्रेडिंग करना सीख चुके है तथा आप निफ्टी 50 में ट्रेडिंग करना चाहते है तब आप निफ्टी के आप्शन में ट्रेडिंग कर सकते है | निफ्टी के फ्यूचर तथा आप्शन को समझने के लिए आप्शन चेन एनालिसिस को समझना पड़ेगा | इसमे स्ट्राइक प्राइस तथा प्रीमियम का बड़ा ही महत्व है | हमें जिस स्ट्राइक प्राइस के आप्शन को खरीदना होता है उसके प्रीमियम का भुगतान करना होता है |
इनकी खरीद बिक्री हमेशा लॉट में की जाती है | वर्तमान में निफ्टी 50 के आप्शन के एक लॉट में 50 क्वांटिटी होती है | निफ्टी के बढ़ने के साथ-साथ कॉल का प्रीमियम बढ़ता है तथा निफ्टी के गिरने के साथ पुट का प्रीमियम बढ़ता है | आप अपनी ट्रेडिंग क्षमता तथा टेक्निकल एनालिसिस के अनुसार ट्रेड ले सकते है तथा लाभ कमा सकते है | ट्रेडिंग कैसे सीखें ?
इस लेख से सम्बंधित प्रश्नोत्तरी
Nifty 50 में कौन कौन सी कंपनियां आती है?
वर्तमान में निफ्टी 50 में शामिल कंपनिया निम्न है
1 HDFC Bank
2 Reliance Industries
3 ICICI Bank
4 Infosys
5 ITC
6 Larsen & Toubro Ltd
7 Tata Consultancy Services
8 Axis Bank
9 Kotak Mahindra Bank
10 Bharti Airtel
11 Hindustan Unilever
12 State Bank of India
13 Bajaj Finance
14 Asian Paints
15 Mahindra & Mahindra
16 Titan Company
17 HCL Technologies
18 Maruti Suzuki India
19 Sun Pharma
20 Tata Motors
21 NTPC
22 UltraTech Cement
23 Tata Steel
24 IndusInd Bank
25 Power Grid Corporation
26 Bajaj Finserv
27 Nestle India
28 Adani Enterprises
29 Coal India
30 Tech Mahindra
31 Oil & Natural Gas Corp.
32 Hindalco Industries
33 Grasim Industries
34 HDFC Life Insurance Co.
35 JSW Steel
36 Dr. Reddy’s Laboratories
37 Bajaj Auto
38 Adani Ports and SEZ
39 SBI Life Insurance Co.
40 Cipla
41 Wipro
42 Britannia Industries
43 Tata Consumer Products
44 Apollo Hospitals Enterprise
45 Eicher Motors
46 LTIMindtree Ltd
47 Hero MotoCorp
48 Divi’s Laboratories
49 Bharat Petroleum Corp.
50 UPL
निफ्टी 50 चार्ट कैसे पढ़ा जाता है?
चूँकि निफ्टी 50 एक इंडेक्स है | इसका चार्ट किसी एक शेयर के चाल को नहीं बल्कि निफ्टी 50 में शामिल 50 कंपनियों का सामूहिक चाल को दर्शाता है | लेकिन फिर भी इंडेक्स का चार्ट सपोर्ट, रेजिस्टेंस जैसे टेक्निकल को अनुसरण करती है | यदि आप इस nifty 50 में ट्रेडिंग करना चाहते है तो आप अपने टेक्निकल एनालिसिस के अनुसार निफ्टी 50 के चार्ट को पढ़ सकते है तथा ट्रेड लेकर मुनाफा कमा सकते है |
इसे निफ्टी 50 क्यों कहा जाता है?
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज(National Stock Exchange) के टॉप 50 कंपनियों के समूह के सूचकांक को निफ्टी 50 कहा जाता है | निफ्टी 50 शब्द नेशनल तथा फिफ्टी(National Fifty) से मिलकर बना है | इस इंडेक्स(सूचकांक) में कुल 14 अलग-अलग सेक्टर के कंपनियों को शामिल किया गया है | यह सूचकांक भारत के राष्ट्रिय सूचकांक में से एक है जो सर्वाधिक लोकप्रिय है | भारत का दूसरा राष्ट्रिय सूचकांक बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का सूचकांक सेंसेक्स है |
निफ़्टी 50 शेयर कैसे खरीदे?
सर्व प्रथम निफ्टी 50 कोई शेयर नहीं है ये एक इंडेक्स/सूचकांक है जो नेशनल स्टॉक एक्सचेंज(National Stock Exchange) के टॉप 50 कंपनियों को मिलाकर बनाया गया है | आप डाएरेक्ट निफ्टी 50 को नहीं खरीद सकते है | यदि आपने अपना एक डीमेट खाता खोल लिया है तब आप फ्यूचर तथा आप्शन की सहायता से निफ्टी 50 के ग्रोथ का लाभ उठा सकते है |
निफ्टी को कैसे समझें?
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज(National Stock Exchange) के टॉप 50 कंपनियों के समूह के सूचकांक को निफ्टी 50 कहा जाता है | सामान्यतः निफ्टी 50 की ग्रोथ से भारतीय अर्थ व्यवस्था को आंका जाता है | जब निफ्टी 50 में तेज़ी या बढ़ोतरी देखी जाती है तब भारतीय अर्थ व्यवस्था में अच्छी ग्रोथ का आंकड़ा लगाया जाता है | ठीक इसी प्रकार जब यह इंडेक्स निचे गिरता है तब भारतीय अर्थ व्यवस्था में मंदी का दौर माना जाता है |
निफ्टी 50 में कितने स्टॉक लिस्टेड हैं?
निफ्टी 50 में नेशनल स्टॉक एक्सचेंज(National Stock Exchange) के टॉप 50 कंपनियों को शामिल किया गया है | निफ्टी(Nifty), नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का प्रमुख सूचकांक है | इसकी शुरुआत 3 नवम्बर 1995 को हुई थी | जब इस इंडेक्स की शुरुआत किया गया था तब इसकी वैल्यू 1000 रुपये थी लेकिन आज की तारीख में ये 21000 के ऊपर ट्रेड कर रहा है |
निफ्टी 50 में शामिल होने की शर्ते
कंपनी का भारतीय होना आवश्यक है |
कंपनी का NSE अर्थात नेशनल स्टॉक एक्सचेंज में लिस्ट होना अत्यंत आवश्यक है |
शेयर का निर्धारित स्तर से अधिक लिक्विडिटी होनी चाहिए, ताकि इसमें सही रूप से खरीद-बिक्री हो सके |
कंपनी की पिछले 6 महीने में ट्रेडिंग आवृत्ति 100 प्रतिशत तक होना चाहिए |
निफ्टी 50 की गणना कैसे की जाती है
निफ्टी 50 की गणना फ्लोट-समायोजन के साथ-साथ बाजार पूंजीकरण-भारित पद्धति का प्रयोग कर किया जाता है | निफ्टी 50 इंडेक्स का आधार अवधि 3 नवंबर, 1995 है जिसका आधार कीमत 1000 तथा आधार पूंजी(base capital) 2.06 ट्रिलियन रुपये है | निफ्टी 50 के सूचकांक की गणना के लिए निम्न सूत्र का प्रयोग किया जाता है |
सूचकांक का मूल्य = वर्तमान बाजार मूल्य/(1000 * बेस मार्केट कैपिटल)
निफ्टी 50 का रिटर्न
जब से निफ्टी 50 इंडेक्स को बनाया गया तब से इसने अब तक लगभग 11.5 प्रतिशत का सलाना रिटर्न अपने निवेशको को दिया है | इसका अर्थ है कि यदि आप वर्ष 1995 में निफ्टी के इंडेक्स में 1000 रुपये जमा किये होते तो आज आपके हाँथ में 21800 रुपये होते |
क्या मैं बाजार खुलने से पहले निफ्टी 50 खरीद सकता हूं?
शेयर बाज़ार की ट्रेडिंग 9:15 से आरंभ हो जाती है लेकिन यदि आप बाज़ार के ओपन होने से पहले ही खरीदना चाहते है तब प्री-मार्केट सत्र के दौरान अपना आर्डर लगा सकते है | वर्ष 2010 में प्री मार्केट सत्र की शुरुआत की गयी थी | सुबह 9:00 बजे से 9:08 बजे के बीच आप अपना आर्डर लगा सकते है संशोधित कर सकते है | ऑर्डर लगने तथा संशोधन करने की खिड़की 9:07 बजे से सुबह 9:08 के मध्य में कभी भी समाप्त हो सकती है | इसके बाद आपके आर्डर का मिलन कर आपके आर्डर को पूरा या कैंसल कर दिया जाता है |
निफ्टी 50 का स्थापना कब हुआ था?
Nifty 50 की स्थापना वर्ष 1996 में की गयी थी | पहले इसका नाम CNX Nifty था जिसे वर्ष 2015 में बदलकर Nifty 50 कर दिया गया |
आज हमने जाना(Today We Learned)
मेरे प्रिय पाठकों आज के इस लेख “निफ्टी 50 क्या है? NIFTY 50 Meaning In Hindi” में हम सबने जाना कि शेयर बाज़ार में निफ्टी 50 किस चिड़िया का नाम है, इसे कैसे बनाया गया है, इस इंडेक्स में कितने शेयर को शामिल किया गया है, इस इंडेक्स में किस शेयर का कितना वेटेज है, के साथ साथ हमने जाना कि हम निफ्टी 50 में कैसे निवेश कर सकते है |
मै आशा करता हूँ कि अब आपको NIFTY 50 से जुड़े सभी सवालों के जबाब मिल गए होंगे साथ ही हम आशा करते है कि आपको हमारा यह लेख पसंद आया होगा है | यदि आपको यह लेख अच्छा लगा हो तो इसे अपने दोस्तों तथा रिश्तेदारों के साथ अवश्य शेयर करें |
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