दोस्तों पिछले अध्याय में हम सबने कैंडलस्टिक चार्ट पैटर्न तथा कैंडलस्टिक पैटर्न के बारे में विस्तार से अध्ययन किया | शेयर बाज़ार में कंपनिया अपने निवेशको को दो प्रकार से लाभ पहुंचती है | पहला तो कंपनी अपने शेयर में वैल्यू ग्रोथ करती है दूसरा कंपनिया अपने निवेशको को डिविडेंट के रूप में लाभ देती है |
आज के ” डिविडेंट क्या है ? What is Dividend. इसका लाभ कैसे लें ” अध्याय हम सब डिविडेंट के बारे में जानेंगे | शेयर बाज़ार में आपने अक्सर सुना होगा कि कंपनिया अपने निवेशकों को 100 प्रतिशत डिविडेंट या 400 प्रतिशत डिविडेंट दिया है तो अब आज के इस लेख में हम जानेंगे कि डिविडेंट क्या है | एक निवेशक इसका किस प्रकार से लाभ उठाता है के साथ साथ इनके लाभ हानि के बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे |
डिविडेंट का अर्थ (Dividend Meaning in Hindi)
शेयर बाज़ार में डिविडेंट क्या है(what is dividend) क्या है ? इसका जबाब है लाभांश अर्थात लाभ का अंश | शेयर बाज़ार में लिस्टेड कंपनिया जब अपने व्यवसाय में लाभ कमाती है तो कंपनिया अपने लाभ का कुछ अंश अपने निवेशक या शेयर धारको में बाँट देती है | कंपनियों द्वारा अपने निवेशकों को दिया गया लाभ का अंश ही लाभांश या डिविडेंट(dividend) कहलाता है |
डिविडेंट के प्रकार(Types of Dividend)
कंपनी अपने निवेशको को डिविडेंट निम्न प्रकार से देती है |
- कैश डिविडेंट या लाभांश के रूप में (Cash Dividend )
- शेयर डिविडेंट या बोनस शेयर के रूप में (Bonus Share)
- संपत्ति डिविडेंट (Asset Dividend )
- स्क्रिप डिविडेंड (Scrip Dividend)
- परिसमापन लाभांश (Liquidating Dividend)
कैश डिविडेंट (Cash Dividend)
जब कोई कंपनी अपने निवेशकों को डिविडेंट का लाभ सीधे उनके बैंक खाते में नकद कैश भेजकर देती तो इस प्रकार के डिविडेंट को कैश डिविडेंट या नकद डिविडेंट कहा जाता है | बाज़ार के शुरुआती दौर में कंपनिया इसका भुगतान कुरियर द्वारा चेक भेजकर करती थी | लेकिन आज के ऑनलाइन दौर में कंपनिया इसे सीधे निवेशक के बैंक खाते में भेज देती है | ट्रेंड लाइन (Trend Line) पैटर्न क्या होता है ?
शेयर डिविडेंट(Stock Dividend)
जब कोई कंपनी अपने निवेशको को डिविडेंट के रूप में अपने कंपनी के शेयर को देती है है तो इसे शेयर डिविडेंट(Dividend) कहा जाता है | इन्ही शेयर डिविडेंट को बोनस शेयर(Bonus Share) भी कहा जाता है | कोई कंपनी इसे तब जारी करती है जब कंपनी अपने बिजनेस में लाभ तो कमा रही होती है लेकिन कंपनी को कैश की आवश्यकता होती है | इस स्थिति में कंपनी अपने शेयर धारक को कैश डिविडेंट नहीं देना चाहती है | अतः कंपनी अपने मौजूदा शेयर धारको को डिविडेंट के रूप में शेयर जारी कर देती है |
कभी – कभी कंपनी बाज़ार में अपनी छाप छोड़ने के लिए कैश डिविडेंट तथा बोनस शेयर दोनों एक साथ देने का एलान कर देती है | कंपनी कैश डिविडेंट देगी या बोनस शेयर या दोनों यह कंपनी के निदेशक मंडल (Board of Directors) पर निर्भर करता है |
संपत्ति डिविडेंट (Asset Dividend)
जब कंपनी अपने निवेशको को डिविडेंट के रूप में अपने कंपनी के शेयर या कैश न देकर अपनी सम्पति में हिस्सा देती है तो इसे संपत्ति डिविडेंट कहा जाता है | संपत्ति डिविडेंट(Dividend) में भौतिक संपत्ति जैसे रियल एस्टेट, सहायक कंपनी के शेयर, इन्वेंट्री हो सकते है | जब कंपनी के पास पर्याप्त नकदी न हो या कंपनी नियमित डिविडेंट देकर अपने शेयर के कीमत में गिरावट न करना चाहती हो तब निदेशक मंडल (board of directors) अपने निवेशक को संपत्ति डिविडेंट(Dividend) देने पर विचार करती है | कंसोलिडेशन पैटर्न (Consolidation Pattern) क्या है ?
कंपनिया डिविडेंट कब देती है (When do Companies Give Dividends)
कंपनिया अपने शेयर धारको को डिविडेंट साल में चार से पांच बार दे सकती है | शेयर धारक को डिविडेंट कब देना है इसका निर्धारण निदेशक मण्डल अर्थात बोर्ड ऑफ़ डायरेक्टर्स (Board of Directors) करते है | कंपनी हर तीन महीने में अपने कंपनी के लाभ-हानि का व्योरा (फाइनेंसियल रिजल्ट) प्रस्तुत करती है | सामान्यतः कंपनिया इसी तिमाही फाइनेंसियल रिजल्ट के साथ डिविडेंट(Dividend) की घोषणा करती है | यह दो प्रकार के होते है | त्रिभुज चार्ट पैटर्न (Triangle chart pattern)
अंतरिम डिविडेंट (Interim Divident)
कंपनियों का फाइनेंसियल वित्तीय वर्ष अप्रैल माह से शुरू होता है | कंपनिया अपना वार्षिक रिजल्ट वित्तीय वर्ष के अंत में अर्थात चौथी तिमाही में प्रदर्शित करती है | जब कंपनिया अपने वार्षिक रिजल्ट के पहले किसी तिमाही में डिविडेंट की घोषणा करती है तो इसे अंतरिम डिविडेंट (Interim Divident) कहा जाता है | एडवांस/डिक्लाइन रेशियो
फाइनल डिविडेंट (Final Divident)
जब कंपनिया अपने वार्षिक रिजल्ट के साथ डिविडेंट की घोषणा करती है तो इस प्रकार के डिविडेंट को फाइनल डिविडेंट(Final Dividend) कहा जाता है |
कंपनी के डिविडेंट को समझें / Understand the Company’s Dividend
पहले कंपनिया डिविडेंट को शेयर के फेस वैल्यू के हिसाब से देती थी | जैसे यदि किसी कंपनी का फेस वैल्यू 1 है तथा कंपनी 5 रुपये का डिविडेंट(लाभांश) अपने शेयर धारको के लिए डिक्लेयर करती है तो कंपनिया अपने घोषणा में बताती है कि वो अपने शेयर धारको को 500 प्रतिशत का डिविडेंट दे रही है | फिर चाहे कंपनी के शेयर की कीमत 100 रुपये हो या 5000 का |
500 प्रतिशत सुनने में तो बहुत अच्छा लगता था लेकिन कई मामलों में यह डिविडेंट बहुत कम होने के बाबजूद 500 प्रतिशत ट्रेडर तथा निवेशको को लुभावना लगता था | इस लुभावने भ्रामक डिविडेंट से निवेशक/ट्रेडर को बचाने के लिए बाज़ार नियामक संस्था सेबी ने नियमो में बदलाव कर फेस वैल्यू के साथ प्रति शेयर डिविडेंट की घोषणा को भी अनिवार्य कर दिया | अब कंपनिया अपने डिविडेंट(dividend) को प्रति शेयर के हिसाब से भी डिक्लेयर है | प्राइस एक्शन ट्रेडिंग क्या है ?
कैसी कंपनी डिविडेंट बांटती है / What Kind of Company Distributes Dividends?
शेयर बाज़ार में लिस्टेड सभी कंपनिया डिविडेंट नहीं देती है | सामान्यतः जिन कंपनी के पास ग्रोथ के प्लान्स नहीं होते है या उनके ग्रोथ की गूंजाइस नहीं होती है वही कंपनिया डिविडेंट बांटती है | जो कंपनिया अपने बिसनेस में कमाई गयी पूंजी को अपने बिजनेस के ग्रोथ में लगाती है, वे कंपनियां अपने शेयर धारकों को डिविडेंट(dividend) नहीं देंती है या बहुत कम देती है |
कोई कंपनी अपने शेयर धारक को अधिकतम 4 बार डिविडेंट देती है | जब कंपनी वित्तीय वर्ष के समाप्ति के पहले डिविडेंट देती है तो उसे अंतरिम डिविडेंट तथा जब कंपनी वित्तीय वर्ष के समाप्ति पर दिए गए डिविडेंट को फाइनल डिविडेंट(dividend) कहा जाता है | सपोर्ट तथा रेजिस्टेंस क्या है ?
डिविडेंट पाने के लिए शेयर कब खरीदें / When to Buy Shares to Get Dividends
यदि आप किसी कंपनी के डिविडेंट का लाभ लेना चाहते है तो उस कंपनी के शेयर को डिविडेंट के रिकार्ड डेट से पहले खरीदना आवश्यक होता है | जब कंपनी डिविडेंट को घोषणा करती है तो वो डिविडेंट का रिकार्ड डेट की घोषणा करती है | यदि आप रिकार्ड डेट के दो दिन पहले(छुट्टी को छोड़कर) शेयर को खरीद लेते है तो रिकार्ड डेट वाले दिन कंपनी का शेयर आपके डीमेट खाते में जमा हो जायेगा | इस तरह से आप डिविडेंट के हकदार हो जायेंगे |
डिविडेंट को कैसे चेक करें(How to Check Dividend)
कौन सी कंपनी कब डिविडेंट(dividend) दे रही है आप इसकी सूचना मनीकंट्रोल(moneycontrol) की वेबसाइट टिकर टैब (Tickertape) की ववेबसाइट त्तथा screener.com पर इसकी सूचना प्राप्त कर सकते है | इसके अलावा आप कंपनी के फाइनेंसियल रिजल्ट का अवलोकन कर इसकी जानकारी ले सकते है | पहले कंपनियां इसका भुगतान चेक माध्यम से करती थी लेकिन अब ऑनलाइन सीधे शेयर धारक के बैंक खाते में भेज दिया जाता है | पब्लिक प्रोविडेंट फंड में कैसे निवेश करें ?
डिविडेंट के लाभ तथा हानि / Advantages and Disadvantages of Dividend
डिविडेंट देने वाली कंपनियों में निवेश करने पर निवेशक को कुछ लाभ तो कुछ हानि भी है |
डिविडेंट के लाभ(Advantages of Dividend)
- डिविडेंट देने वाली कंपनी में निवेश करने का एक बड़ा लाभ यह होता है कि निवेशक को डिविडेंट के साथ साथ शेयर ग्रोथ के रूप में भी लाभ मिलाता है |
- शेयर बाज़ार में कुछ ऐसी कंपनियां भी है जो अपने शेयर धारकों को डिविडेंट के साथ- साथ शेयर वैल्यू ग्रोथ के रूप में भी डिसेंट रिटर्न देते रहते है | जैसे ब्रिटानिया , मारिको , डाबर इत्यादि
डिविडेंट के हानि(Disadvantages of Dividend)
- डिविडेंट देने वाली कंपनी का एक बड़ा नुकसान यह है कि कंपनी के शेयर में वैल्यू ग्रोथ बहुत कम मिलता है |
- अपने देखा होगा कि कंपनी के घोषणा के अनुसार जिस दिन डिविडेंट(dividend) का एक्स डेट होता है उसके अगले दिन शेयर की कीमत लगभग उतना ही गिर जाता है जितना कंपनी ने डिविडेंट का एलान किया था |
- कंपनी के डिविडेंट का एलान वास्तव में एक छलावा होता है | क्योकि आपको जितना डिविडेंट(dividend) मिलाता है शेयर की कीमत उतना ही गिर जाता है | इसलिए सिर्फ डिविडेंट के इरादे से शेयर को खरीदना समझदारी नहीं है |
डिविडेंट देने वाले कंपनी को खरीदने से पहले किन बातों का ध्यान रखें?
डिविडेंट पर नहीं कंपनी के शेयर ग्रोथ पर ध्यान दें
जो निवेशक ऐसी कंपनी को खरीदने का खरीदने का प्रयास करते है जो कंपनी अपने निवेशक को हर तिमाही डिविडेंट देती है | वे कंपनी ग्रो नहीं कर पाती है | इसलिए यदि आप लंबे समय तक निवेश करने वाले निवेशक है तथा आपके पास सिमित पूंजी है तो आपको अधिक डिविडेंट देने वाले शेयर में निवेश न कर ऐसी कंपनी में निवेश करना उचित होगा जो अपने बिजनेस में कमाए गए धन को अधिक से अधिक अपने बिजनेस में लगाये तथा अपने कंपनी को बड़ा बनाये | कंपनी का फंडामेंटल एनालिसिस कैसे करें ?
कंपनी के शेयर का इतिहास देखें (View Company Share History)
यदि आप किसी ऐसे कंपनी में निवेश करने जा रहे है जो अपने कमाए गए लाभ का अंश अपने शेयर धारको में बाँट देती है तो आपको सबसे आपको सबसे पहले कंपनी के प्राइस का इतिहास देखना चाहिए | आप देखेंगे कि इन कंपनियों का लंबे समय का चार्ट बहुत धीरे ग्रो कर रहा है या ग्रो नहीं कर रहा होता है | डिविडेंट देने वाली कंपनी के पास या तो ग्रो के आप्शन नहीं होते है या कंपनी के पास ग्रो करने के प्लान्स नहीं होते है |
जो कंपनी निवेशक को डिविडेंट कम या नहीं बांटती है तो वो कम्पनी कमी गए लाभ को कंपनी के ग्रोथ में लगाती है | इसका बड़ा लाभ यह होता है कि कंपनी का वार्षिक लाभ तेज़ी से ग्रो करने लगता है | कंपनी का प्रॉफिट बढ़ने के कारण कंपनी के शेयर में डिमांड आती है तथा शेयर तेज़ी से ऊपर जाने लगता है |.
इस प्रकार से डिविडेंट देने वाली कंपनी का शेयर ग्रोथ तथा डिविडेंट मिलकर जितना ग्रोथ देते है उससे कही ज्यादा शेयर ग्रोथ के रूप में डिविडेंट न देने वाली कंपनी अपने निवेशको को दे देती है | लेकिन ऐसा भी नहीं है कि डिविडेंट न देने वाली सभी कंपनी अच्छी होती है |
आपको हमेशा ऐसी कंपनी में निवेश करना चाहिए जो कंपनी अपने कमाए गए धन को अपने बिजनेस में रि-इन्वेस्ट करती है तथा अपना मार्केट शेयर, अपने कस्टमर तथा अपने लाभ को लगातार बढाती जाती है | इसके साथ-साथ आपको किसी भी कंपनी में निवेश से पहले कंपनी का फंडामेंटल एनालिसिस तथा टेक्निकल एनालिसिस अवश्य कर लेना चाहिए | यदि कंपनी के टेक्निकल तथा फंडामेंटल मजबूत है तो आपको निवेश करना चाहिए अन्यथा नहीं | लंबे समय तक निवेश करने के लिए शेयर
डिविडेंट के चक्कर में प्रॉफिट न कमाने वाली कंपनी में निवेश न करें
आपको कभी ऐसे कंपनी में निवेश नहीं करना चाहिए जो अपने बिजनेस में लाभ नहीं कमाती है | कभी-कभी बिजनेस में लाभ न कमाने वाली कंपनी भी शेयर बाज़ार के निवेशकों तथा ट्रेडरों को लुभाने के लिए लिए डिविडेंट का एलान करती है | निवेशक को इन लुभावने डिविडेंट देने वाली कंपनी के चक्कर में नहीं पड़ना चाहिए |
डिविडेंट स्टॉक किसके लिए सही है / Who is a Dividend Stock Right for?
यदि आप बहुत बड़े निवेशक है तथा अपने शेयर बाज़ार के ग्रोथ, ब्लूचिप कंपनी में अपना बड़ा निवेश कर रखा है जिनसे आपको बेहतर रिटर्न का लाभ मिल रहा है तब आप डिविडेंट(dividend) देने वाली ऐसी कंपनी में निवेश कर सकते है जो हर साल अपने प्रॉफिट को बढ़ा रही हो | शेयर खरीदने और बेचने का उत्तम समय ?
डिविडेंट के कुछ महत्वपूर्ण शब्दावली / Some Important Terminology of Dividend
डिविडेंट से सम्बंधित कई प्रकार की शब्दावली होती है, जिन्हें समझना अत्यंत आवश्यक है |
डिविडेंट यील्ड या लाभांश उपज / Dividend Yield
आप जब भी किसी कंपनी का फंडामेंटल एनालिसिस करते है तो आपने कंपनी के डिविडेंट यील्ड को अवश्य देखा होगा | किसी भी कंपनी का डिविडेंट यील्ड यह दर्शाता है कि उस कंपनी का डिविडेंट कंपनी के शेयर प्राइस का कितना प्रतिशत है | अतः डिविडेंट यील्ड = कंपनी का डिविडेंट / कंपनी का शेयर प्राइस * 100 |
इसे एक उदाहरण से समझने का प्रयास करते है :-
मान लीजिये किसी कंपनी A का फेस वैल्यू 1, शेयर प्राइस 50 रुपये है तथा कंपनी ने अपने शेयर धारको को हाल ही में 2 रुपये प्रति शेयर डिविडेंट देने एलान किया है तो कंपनी का
डिविडेंट यील्ड = कंपनी का डिविडेंट / कंपनी का शेयर प्राइस * 100
डिविडेंट यील्ड = 2/50 * 100
डिविडेंट यील्ड = 4
डिविडेंट पेईंग स्टॉक / Dividend Paying Stock
वे कंपनी जिनका डिविडेंट यील्ड 2 या 2 से अधिक होता है उन्हें डिविडेंट पेईंग शेयर कहा जाता है | ऐसी कंपनिया पाने बिजनेस के लाभ का बड़ा हिसा अपने शेयर धारको में बाँट देती है | जैसे – वेदांता, सनोफी इंडिया, आरईसी (REC), कोल इंडिया, स्वराज इंजन, गेल इंडिया, ITC इत्यादि | डिविडेंट(dividend) इन्वेस्टिंग कैसे करें |
घोषणा तिथि(Declaration Date)
जिस दिन कोई कंपनी अपने बोर्ड मेम्बरों के पूर्ण बहुमत से अपने डिविडेंट(dividend) की घोषणा करता है तो वह डेट डिविडेंट घोषणा दिवस के रूप में जाना जाता है | इस दिन कंपनी डिविडेंट की राशि, रिकार्ड डेट, एक्स डेट तथा भुगतान की तिथि शामिल होती है | इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए सर्वश्रेष्ठ इंडिकेटर
रिकॉर्ड तिथि(Record Date)
वह तिथि जिस दिन शेयर धारको की गणना कर डिविडेंट दिया जाता है उसे रिकार्ड डेट कहा जाता है | जैसे यदि आज किसी कंपनी का रिकार्ड डेट है तो आज के दिन कंपनी का शेयर जिसके भी पोर्टफोलियो में होगा वह शेयर धारक डिविडेंट का हकदार माना जाता है | यदि आपके पास किसी कंपनी का शेयर नहीं है लेकिन आप उस कंपनी के शेयर को डिविडेंट के इरादे से लेना चाहते है तो आपको रिकार्ड तिथि से कम से कम 2 दिवस(छुट्टी को छोड़कर) पहले लेना होगा |
एक्स डिविडेंट तिथि (Ex-Dividend Date)
जिस दिन के बाद शेयर को खरीदने पर आपको डिविडेंट का लाभ नहीं मिलता है उस तिथि को एक्स डिविडेंट तिथि (Ex-dividend date) कहा जाता है | अर्थात यदि आप किसी कंपनी के शेयर को डिविडेंट के इरादे से खरीदना चाहते है तो आपको एक्स डिविडेंट तिथि से पहले शेयर को अवश्य खरीदना पड़ेगा |
27th January 2023 के पहले तक शेयर का सेटलमेंट टाइम T+2 होता था | इस कारण से डिविडेंट का लाभ पाने के लिए आपको रिकार्ड डेट से कम से कम दो दिन पहले शेयर को खरीदना होता था | तब एक्स डिविडेंट तिथि (Ex – dividend Date), रिकार्ड डेट से एक दिन पहले होता था | लेकिन 27th January 2023 से भारत में T +1 सेटलमेंट को लागु कर दिया गया है |
अर्थात आज आप शेयर खरीदेंगे तो अगले दिन शेयर आपके डीमेट खाते में आ जायेगा | इस कारण से अब एक्स डिविडेंट डेट तथा रिकार्ड डेट एक ही दिन होता है | अर्थात यदि आपको डिविडेंट का लाभ लेना है तो आपको एक्स डिविडेंट तिथि/रिकार्ड डेट से पहले शेयर को खरीदना होगा | इस डेट के बाद खरीदने पर आपको डिविडेंट का लाभ नहीं मिलेगा |
डिविडेंट भुगतान तिथि(Dividend Payment Date)
वह दिनांक जब कंपनी अपने निवेशकों को डिविडेंट उनके खाते में भेजा जाता है, उस दिनांक को डिविडेंट भुगतान तिथि(dividend payment date) कहा जाता है | सामान्यतः कंपनी रिकार्ड तिथि से 1 माह के भीतर डिविडेंट(Dividend) का भुगतान कर देंती है | डिविडेंट इन्वेस्टिंग कैसे करें
इस लेख से सम्बंधित प्रश्नोत्तरी
डिविडेंड का मतलब क्या होता है?
जब कोई कंपनी अपने लाभ का कुछ हिस्सा अपने शेयर धारको में बांटती है तो इसे डिविडेंट(dividend) या लाभांश कहा जाता है | जब कंपनी अपने बिजनेस में लाभ कमाती है तो वह अपने लाभ का हिस्सा शेयर धारक में बाँट सकती है | कोई कंपनी डिविडेंट देगी की नहीं यह कंपनी के निदेशक मंडल पर निर्भर करता है |
शेयर डिविडेंड कैसे पता करें?
कौन सी कंपनी कब डिविडेंट(dividend) दे रही है आप इसकी सूचना मनीकंट्रोल(moneycontrol) की वेबसाइट टिकर टैब (Tickertape) की ववेबसाइट त्तथा screener.com पर इसकी सूचना प्राप्त कर सकते है | इसके अलावा आप कंपनी के फाइनेंसियल रिजल्ट का अवलोकन कर इसकी जानकारी ले सकते है | कंपनी पहले डिविडेंट का भुगतान चेक के माध्यम से करती थी | लेकिन अब कंपनिया शेयर धारक के खाते में सीधे भेजकर डिविडेंट का भुगतान करती है |
शेयर में डिविडेंड यील्ड क्या है?
किसी भी कंपनी का डिविडेंट यील्ड यह दर्शाता है कि उस कंपनी का डिविडेंट कंपनी के शेयर प्राइस का कितना प्रतिशत है | अतः डिविडेंट यील्ड = कंपनी का डिविडेंट / कंपनी का शेयर प्राइस * 100 | मान लीजिये की किसी कंपनी ने 4 रुपये का डिविडेंट दिया है तथा कंपनी के शेयर का प्राइस 250 रुपये है तो कंपनी का डिविडेंट यील्ड = 4/250*100 = 1.6 होगा |
कंपनी डिविडेंड क्यों देती है?
जब कंपनिया अपने बिजनेस में लाभ कमाती है तो वे अपने लाभ का कुछ प्रतिशत शेयर धारकों में बाँट देती है | जो कंपनिया ज्यादा डिविडेंट देती है सामान्यतः उनके पर बिजनेस ग्रोथ का कोई खास प्लान्स नहीं होता है या बिजनेस में विस्तार संभव नहीं होता है | जो कंपनी अपनी बिजनेस के लाभ का अधिकतर हिस्सा अपने बिजनेस के ग्रोथ में लगाती है |
कौन सी कंपनी सबसे ज्यादा लाभांश देती है?
शेयर बाज़ार में ज्यादा डिविडेंट देने वाले कुछ कंपनी निम्न है :--
Vedanta Limited
REC LTD
Britannia Industries Limited
dabar
ITC Ltd. .
PFC
Power Grid Corporation of India Limited
Marico
Indus Tower
क्या 3% डिविडेंड यील्ड अच्छी है?
एक अच्छा डिविडेंट देने वाली कंपनी का डिविडेंट यील्ड 2 प्रतिशत से अधिक होता है | जब जो कंपनी 3 प्रतिशत से अधिक डिविडेंट यील्ड के हिसाब से लाभांश देती है उन कंपनी को डिविडेंट पेईंग कंपनी कहा जाता है |
मुझे कैसे पता चलेगा कि मेरा लाभांश जमा किया गया है?
यदि आप जानना चाहते है कि कंपनी द्वारा दिया गया डिविडेंट आपको मिला की नहीं तो आपको अपना बैंक खाता चेक करना चाहिए | डिविडेंट की घोषणा करते समय कंपनी डिविडेंट देने का दिनांक भी बताती है | उस दिनांक के 1 माह के भीतर शेयर धारक के खाते में जमा हो जाता है | इसके अलावा कंपनी आपको e-mail के माध्यम से भी अवगत कराती है |
आज हमने जाना(Today We Learned)
आज के इस लेख “डिविडेंट क्या है ? what is dividend. इसका लाभ कैसे लें” में हम सबने कंपनियों द्वारा दिए जाने वाले डिविडेंट के बारे में विस्तार से अध्ययन किया तथा जाना है कि डिविडेंट कितने प्रकार का होता है, एक निवेशक इसे कैसे प्राप्त कर सकता है |
हम आशा करते है कि अब आपको डिविडेंट से सम्बंधित सभी प्रश्नों के उत्तर मिल गए होंगे | आपको हमारा यह पोस्ट कैसा लगा हमें कमेन्ट कर अवश्य बताये | यदि आपको यह लेख अच्छा लगा हो तो इसे अपने दोस्तों के साथ अवश्य शेयर करें |
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कैंडलस्टिक चार्ट पैटर्न क्या होता है | यदि जानते है तो सर प्ल्ज़ एक लेख देने की कृपा करें
अपना कीमती समय हमारे वेबसाइट पर देने के लिए आपको बहुत बहुत धन्यवाद
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