दोस्तों अब तक पिछले अध्याय में हमने शेयर बाज़ार के चार्ट तथा कैंडलस्टिक पैटर्न के बारे में विस्तार से अध्ययन किया | आज कैंडलस्टिक चार्ट – Candlestick Chart Full Detail in Hindi के इस अध्याय में हम सब कैंडल स्टिक चार्ट तथा इसके प्रयोग के बारे में विस्तार से जानेगे |
शेयर बाज़ार के चार्ट(Stock Market Charts)
शेयर बाज़ार को समझने के लिए बाज़ार में कई प्रकार के चार्ट मौजूद है, जो इस प्रकार है :–
- जापानी या कैंडल स्टिक चार्ट (Japanese or candle stick)
- बार चार्ट (Bar chart)
- हिस्टोग्राम चार्ट ( Histogram chart)
- वर्टेक्स लाइन चार्ट (Vertex line chart)
- लाइन चार्ट (Line Chart )
- माउंट चार्ट (Nount chart)
- लाइन ब्रेक चार्ट (Break chart)
- एरिया चार्ट ( Area Chart)
- हेइकिन आशी चार्ट (Heikin ashi chart)
- रैंको चार्ट ( Ranko chart)
- स्टेप चार्ट (Step chart)
- बेस लाइन चार्ट (Base line chart)
- स्कैटर प्लॉट चार्ट (Scatter plot chart)
- रैंगो बार चार्ट (rango bar chart)
अब सवाल यह है कि इतने सारे चार्ट में किस चार्ट का प्रयोग किया जाय जिससे चार्ट देखते ही शेयर का महत्वपूर्ण डाटा सामने आ जाये तथा ट्रेड करने के लिए भी उपयुक्त हो |
कैंडलस्टिक चार्ट (candle stick) इन सभी मानको पर खरा उतरता है अतः इन सभी चार्ट में कैंडल स्टिक चार्ट का सर्वाधिक बोलबाला है | इस चार्ट में बाज़ार का बहुत सारा डाटा मौजूद होता है तथा चार्ट को भी समझाना आसान होता है |
कैंडलस्टिक चार्ट (candlestick Chart) में समय-समय पर कुछ महत्वपूर्ण कैंडलस्टिक पैटर्न (candlestick Pattern) भी बनती है जो शेयर के आगामी चाल के बारे में संकेत देकर ट्रेडर का काम आसान कर देंती है | कैंडलस्टिक पैटर्न तथा कैंडलस्टिक चार्ट पैटर्न के कारण यह चार्ट यह सर्वाधिक लोकप्रिय चार्ट है | तो आईये इस चार्ट के बारे में विस्तार से जानते है | प्राइस एक्शन ट्रेडिंग क्या है ?
कैंडलस्टिक चार्ट क्या है ?
जैसा कि नाम से ही स्पष्ट है कि यह एक प्रकार से कैंडल है | इसका आकार एक कैंडल की तरह ही होता है लेकिन कई कैंडल को एक साथ देखने पर यह एक चार्ट का रूप ले लेता है | एक कैंडल का आकार रंग रूप शेयर या इंडेक्स के खरीद बिक्री के आंकड़ो पर निर्भर करता है | एक कैंडल उस निर्धारित टाइम फ्रेम में घटित सभी आंकड़ो को अपने अन्दर समेट कर अपना रूप रंग बदलती है |
कैंडलस्टिक चार्ट (candlestick stick) का खोज 18 वीं शताब्दी में जापान के एक चावल व्यापारी मुनेहिसा होमा द्वारा चावल में ट्रेड करने के लिए विकासित किया गया था | वर्ष 1991 में स्टीव नसन द्वारा अपनी पुस्तक जापानी कैंडलस्टिक चार्टिंग तकनीक में कैंडलस्टिक चार्ट (candlestick stick) के बारे में पश्चिमी दुनिया से परिचित कराया गया था | सपोर्ट तथा रेजिस्टेंस-Support and Resistance
कैंडल की संरचना (Structure of Candle)
कैंडल निम्न तीन भाग से मिलकर बना होता है |
बॉडी :- कैंडल के लाल तथा हरे रंग के मोटी आकार को बॉडी कहा जाता है | यह आयताकार होती है जो ओपन तथा क्लोज प्राईस को आपस में जोड़ती है |
अपर शैडो(हेड) :- यह बॉडी के ऊपर का वो हिस्सा होता है, जहाँ तक शेयर की कीमत ने खरीदारी के बाद उछाल तो मारा लेकिन सस्टेन(Sustain) नहीं कर पाया और निचे आकर अपनी क्लोजिंग दी |
लोअर शैडो(टेल) :- यह बॉडी के निचे का वो हिस्सा होता है जहाँ तक शेयर की कीमत में बिकवाली के बाद गिरावट तो हुआ लेकिन खरीदारी के कारण शेयर की कीमत ऊपर आकर क्लोजिंग दी |
कैंडल दो प्रकार की होती है :–
- लाल कैंडल
- हरा कैंडल
हरा कैंडल(Green Candle)
जब किसी शेयर या इंडेक्स का क्लोजिंग प्राईस, ओपन प्राईस से ऊपर होता है या अधिक होता है तो हरे कैंडल का निर्माण होता है | इसे बुलिश कैंडल भी कहा जाता है | जब कई हरा कैंडल लगातार बनता है तो बाज़ार के तेज़ होने का संकेत मिलता है |
लाल कैंडल(Red Candle)
जब किसी शेयर या इंडेक्स का क्लोजिंग प्राईस, ओपन प्राईस से निचे/कम होता है, तो चार्ट में लाल कैंडल का निर्माण होता है | इसे बेयरिश कैंडल भी कहा जाता है | जब कई लाल कैंडल लगातार बनते है तो बाज़ार के मंदा होने का संकेत मिलता है | किसी कंपनी का फंडामेंटल एनालिसिस कैसे करें ?
कैंडलस्टिक चार्ट की संरचना
सभी कैंडलस्टिक चार्ट कई कैंडल के मिलाप से बनता है | निर्धारित टाइम फ्रेम के अनुसार कैंडल को प्राईस एक्शन तथा वॉल्यूम के अनुसार सेट करने पर कैंडल स्टिक चार्ट का निर्माण हो जाता है | यह अलग अलग टाइम फ्रेम में अलग अलग प्रदर्शित होता है | आप जितने टाइम फ्रेम का चार्ट देख रहे होते है, उस चार्ट में एक कैंडल उतने ही समय का डाटा प्रदर्शित करता है | ट्रेडिंग कैसे सीखे ?
यह चार्ट ट्रेडिंग तथा निवेश करने के लिए या किसी शेयर के टेक्निकल एनालिसिस करने के लिए सबसे उपयुक्त मानी जाती है |
कैंडलस्टिक चार्ट का एनालिसिस
प्रत्येक कैंडल एक निश्चित टाइम फ्रेम के दौरान खरीद बिक्री के आंकड़ो का प्रधिनिधित्व करती है | टेक्निकल एनालिसिस करने वाले हर ट्रेडर तथा निवेशक को कैंडलस्टिक एनालिसिस करने अवश्य आना चाहिए |
कैंडलस्टिक के पैटर्न का प्रकार
कैंडलस्टिक चार्ट दो प्रकार के पैटर्न का निर्माण करते है |
- कैंडलस्टिक पैटर्न
- कैंडलस्टिक चार्ट पैटर्न
कैंडलस्टिक पैटर्न(Candlestick Pattern)
ऐसे पैटर्न जिनका निर्माण कैंडल के विशेष चाल के कारण होती है, कैंडलस्टिक पैटर्न कहा जाता है | ये पैटर्न शेयर/इंडेक्स के आगामी चाल का संकेत देते है | कुछ प्रमुख कैंडलस्टिक पैटर्न निम्न है |
एकल कैंडलस्टिक पैटर्न
जिन कैंडलस्टिक पैटर्न के निर्माण में एक कैंडल की आवश्यकता पड़ती है उन्हें एकल कैंडलस्टिक पैटर्न कहा जाता है | जैसे-
- मारुबोजू कैंडल स्टिक पैटर्न
- डोजी कैंडल स्टिक पैटर्न
- हैमर कैंडल स्टिक पैटर्न
- शूटिंग स्टार कैंडल स्टिक पैटर्न
- हैंगिंग मैन कैंडल स्टिक पैटर्न
- इन्वर्टेड हैमर कैंडल स्टिक पैटर्न
डबल कैंडलस्टिक पैटर्न
जिन कैंडलस्टिक पैटर्न के निर्माण में दो कैंडल की आवश्यकता पड़ती है उन्हें डबल कैंडलस्टिक पैटर्न कहा जाता है | जैसे-
- पियर्सिंग कैंडलस्टिक पैटर्न
- डार्क क्लाउड कवर कैंडलस्टिक पैटर्न
- बुलिश एन्गाल्फिन कैंडलस्टिक पैटर्न
- बेयरिश एन्गाल्फिन कैंडलस्टिक पैटर्न
- बुलिश हरामी कैंडलस्टिक पैटर्न
- बेयरिश हरामी कैंडलस्टिक पैटर्न
ट्रिपल कैंडलस्टिक पैटर्न
जिन कैंडलस्टिक पैटर्न के निर्माण में तीन कैंडल की आवश्यकता पड़ती है उन्हें ट्रिपल कैंडलस्टिक पैटर्न कहा जाता है | जैसे-
- मोर्निंग स्टार कैंडलस्टिक पैटर्न
- इवनिंग स्टार कैंडलस्टिक पैटर्न
- तीन सफेद सैनिक (थ्री व्हाइट सोल्जर्स ) कैंडलस्टिक पैटर्न
- तीन काले कौवे – थ्री ब्लैक क्रो (Three Black Crows) कैंडलस्टिक पैटर्न
ये सभी कैंडलस्टिक पैटर्न ट्रेंड रिवर्शल पैटर्न होते है अतः ये डाउन ट्रेंड को अपट्रेंड में या अपट्रेंड को डाउन ट्रेंड में बदलने का कार्य करते है | Read More…
कैंडलस्टिक चार्ट पैटर्न
ऐसे पैटर्न जिनका निर्माण चार्ट के विशेष चाल के कारण होती है, कैंडलस्टिक चार्ट पैटर्न कहा जाता है | कैंडलस्टिक चार्ट पैटर्न के निर्माण में किसी एक या दो कैंडल का योगदान नहीं होता है, बल्कि कई सारे कैंडल के विशेष चाल के कारण इनका निर्माण स्वतः हो जाता है | ट्रेडर इनका लाभ पैटर्न के ब्रेक आउट तथा ब्रेक डाउन पर ट्रेड कर उठाते है |
सपोर्ट तथा रेजिस्टेंस(Support and Resistance)
शेयर/इंडेक्स के कैंडलस्टिक चार्ट में शेयर अपने चाल के दौरान सपोर्ट तथा रेजिस्टेंस का निर्माण कर देती है | चार्ट का वह लेवल जहाँ पर खरीदार हावी हो जाते है उसे सपोर्ट लेवल तथा जिस लेवल पर बार-बार बिकवाली हावी हो जाती है उसे रेजिस्टेंस लेवल कहा जाता है |
कैंडलस्टिक चार्ट का ट्रेंड(Trend of Candlestick Chart)
कैंडलस्टिक चार्ट बाज़ार में अपने चाल के दौरान एक ट्रेंड का निर्माण करती है | यह ट्रेंड अप-साइड या डाउन-साइड होता है | यदि कोई शेयर या इंडेक्स में कम से कम 20 कैंडल डाउन ट्रेंड में हो तो शेयर/इंडेक्स की चाल डाउन ट्रेंड कहा जाता है | इसी प्रकार यदि कोई शेयर या इंडेक्स का कम से कम 20 कैंडल अप ट्रेंड में हो तो शेयर/इंडेक्स की चाल अप ट्रेंड माना जाता है |
इसके अलावा कुछ प्रमुख कैंडलस्टिक चार्ट पैटर्न इस प्रकार से है :–
- डबल टॉप चार्ट पैटर्न
- डबल बाटम चार्ट पैटर्न
- ट्वीजेन टॉप चार्ट पैटर्न
- ट्वीजेन बाटम चार्ट पैटर्न
- ट्रेंड लाइन चार्ट पैटर्न
- ट्रेंगल चार्ट पैटर्न
- फ्लैग चार्ट पैटर्न
- पताका(पेनन) चार्ट पैटर्न
- हेड एंड सोल्डर चार्ट पैटर्न
- इन्वर्टेड हेड एंड सोल्डर चार्ट पैटर्न
- कप एंड हैंडल चार्ट पैटर्न(कटोरा पैटर्न)
- कंसोलिडेशन पैटर्न (Consolidation Pattern)
इस लेख से सम्बंधित प्रश्नोत्तरी
कैंडलस्टिक चार्ट किसे कहते हैं?
कैंडलस्टिक चार्ट एक जापानी चार्ट है | यह किसी कंपनी के शेयर या किसी वस्तु के खरीद बिक्री के आंकड़ो को एक कैंडल के रूप में प्रदर्शित कराती है | यह लाल तथा हरे रंग का होता है | चार्ट में ज्यादातर लाल कैंडल बनने का अर्थ है की बाज़ार में वस्तु/ शेयर की कीमत गिरावट के दौर में है |
लेकिन यदि ज्यादातर कैंडल हरा कैंडल बनता है तो इसका अर्थ है कि बाज़ार में वस्तु/ शेयर की कीमत में तेज़ी का दौर है |
शेयर मार्केट कैंडल चार्ट कैसे सीखें?
शेयर मार्केट कैंडल चार्ट को समझाने के लिए सबसे पहले कैंडल को समझाना पड़ेगा | कैंडल लाल(बेयरिश ) तथा हरे(बुलिश) रंग का होता है | एक कैंडल अपने अन्दर खरीद-बिक्री के आंकड़ो को ले कर बनती है | कई कैंडल को प्राईस एक्शन तथा वॉल्यूम के अनुसार सेट करने पर एक चार्ट का निर्माण हो जाता है जिसे कैंडल स्टिक चार्ट कहा जाता है |
कैंडलस्टिक पैटर्न कितने प्रकार के होते हैं?
कैंडलस्टिक पैटर्न मुख्यतः दो प्रकार का होता है
1. एकल कैंडल स्टिक चार्ट पैटर्न
2. डबल स्टिक चार्ट पैटर्न
कैंडलस्टिक चार्ट पैटर्न के ऐसे पैटर्न जिनके निर्माण में केवल एक कैंडल की जरुरत पड़ती है वे एकल कैंडलेस्टिक चार्ट पैटर्न कहलाते है | कैंडलस्टिक चार्ट पैटर्न के ऐसे पैटर्न जिनके निर्माण में दो कैंडल की जरुरत पड़ती है वे डबल कैंडलेस्टिक चार्ट पैटर्न कहलाते है |
निष्कर्ष(Conclusion)
आज हम सब ने कैंडलस्टिक चार्ट – Candlestick Chart Full Detail in Hindi के इस लेख में कैंडलस्टिक चार्ट, कैंडलस्टिक पैटर्न तथा कैंडल स्टिक चार्ट पैटर्न के बारे में जाना | यदि आपके पास किसी प्रकार का सवाल हो तो कृपया हमें कमेन्ट करें या हमारे email- contact@finohindi.com पर मेल कर सकते है या हमारी Facebook पेज, Twitter पेज, तथा Telegram पर हमें Follow करें |
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