नमस्कार दोस्तों, आज इस लेख सोना में निवेश कैसे करें – Investing in Gold Full Details in Hindi में हम आपको Investing in gold के बारे में बताने जा रहे हैं कहीं आप यह तो नहीं सोच रहे कि यह नींद वाला सोना है |
लेकिन नहीं हम बात कर रहे हैं सोना धातु की | सोना, पीतल, तांबा, चांदी सभी में सबसे ज्यादा मूल्यवान सोना(Gold) होता है और भारतीय परंपरा में इसको बहुत ही शुभ माना जाता है।
किसी भी धार्मिक त्योहार हो या घर में विशेष पूजा पाठ हो या फिर किसी की शादी हो, भारत की औरतें सोने से बने आभूषण को पहनना पसंद करती है | तीज त्यौहार पर भारतीय महिलायें सोने से बने आभूषण को धारण करती है |
सोना सभी के घर में थोड़ा-थोड़ा होता ही है | लेकिन क्या आप जानते है कि सोना मात्र आभूषण बनाने की एक धातु नहीं है | आज कल लोग सोना में निवेश(Investing in Gold) कर कई बड़े निवेशक अपनी वेल्थ बना रहे है |
ऐसा नहीं है कि सोने में निवेश करना ही एक मात्र निवेश का साधन है | आज कल निवेश के कई बेहतरीन साधन है जैसे शेयर बाज़ार में निवेश, म्यूचुअल फंड में निवेश, PPF में निवेश, बैंक में फिक्स्ड डिपाजिट आदि |
गोल्ड संपत्ति का एक आवंटन होता है जिसकी जरूरत पड़ने पर आप इस्तेमाल कर सकते हैं | आज के समय में लोगों को गोल्ड में निवेश कैसे करें इसके बारे में सही जानकारी नहीं रहती है वह गूगल असिस्टेंट पर सर्च करते हैं |
लेकिन उन्हें सही जानकारी प्राप्त नहीं हो पाती है, लेकिन आज के इस लेख में हम आपको सोने में निवेस से सम्बंधित संपूर्ण जानकारी देने वाले हैं अतः इस लेख को अंत तक अवश्य पढ़ें |
सोने के प्रकार (Types of Gold)
जब भी आप सोने के बारे में पढ़ते या सुनते होंगे तो आप अक्सर सोने को विभिन्न प्रकार के कैरेट में पढ़ते या सुनते होंगे | शुद्ध सोना अत्यधिक मुलायम होता है | अपने प्रयोग के के उपयुक्त बनाने के लिए सोने में अन्य धातु मिलाया जाता है | सामान्यतः 24 कैरेट सोना और 22 कैरेट सोना तथा 18 कैरेट सोना प्रयोग में लाया जाता है | तो आईये आज हम सब सोने के इन प्रकार को विस्तार से समझने का प्रयास करते है |
24 कैरेट सोना (24 karat gold)
24 कैरेट सोना सबसे शुद्ध सोना माना जाता है, इसके अंदर 99.9% सोना होता है | इस सोने से किसी आभूषण का निर्माण नहीं किया जा सकता है, क्योंकि शुद्ध सोना अत्यधिक मुलायम होता है | इस कारण से शुद्ध सोने से सिर्फ सिक्के अथवा बिस्किट बनाकर ही बेचे अथवा स्टोर किये जा सकते हैं |
इसकी कीमत सबसे अधिक इसलिए होती है क्योंकि यह सबसे शुद्ध रूप का सोना होता है और इसमें किसी भी प्रकार की कोई मिलावट नहीं की जाती है | पब्लिक प्रोविडेंट फंड में कैसे निवेश करें?
22 कैरेट सोना(22 karat gold)
इस सोने में 22 भाग सोना तथा 2 भाग अन्य धातु को मिलाया जाता है | भारत में ज्यादातर आभूषण इसी सोने से बनाये जाते है | इसमें दो भाग अन्य धातु होने के कारण ये 24 कैरेट के सोने से थोडा कठोर होता है | कठोर होने के कारण इससे आभूषण बनाना आसान हो जाता है | इसमें 91.67 प्रतिशत सोना पाया जाता है, इस कारण इसे 916 सोना के नाम से भी जाना जाता है।
18 कैरेट सोना(18 karat gold)
इस सोने में 18 भाग सोना तथा 6 भाग अन्य कठोर धातु मिलाया जाता है | इस कारण से ये पहले के दोनों सोने से कठोर होता है | सामान्यत इसका प्रयोग हीरा जड़ित आभूषणों को बनाने में किया जाता है | इस सोने की कीमत दोनों प्रकार के सोने से कम होती है | इसमे 75 प्रतिशत शुद्ध सोना तथा 25 प्रतिशत अन्य धातु होता है |
सोने में निवेश करने के लाभ (Advantages Investing in Gold)
- महंगाई बढ़ती जा रही है ऐसे में सोने में निवेश करके हम अपने खर्चे को आसानी से निकाल सकते हैं |
- यह सबसे सरल संपत्तियों में से एक माना जाता है और इसे खरीदना और बेचना बहुत आसान है जब भी आप किसी मुसीबत में फंसते हैं तो इसे बेच सकते हैं |
- सोने में निवेश करने के लिए किसी भी व्यक्ति के पास किसी अनुसंधान अध्ययन या विशिष्ट ज्ञान का होना जरूरी नहीं है |
- सोने की कीमत में हमेशा तेजी देखी जाती है |
- लोग इसे भौतिक संपत्ति मानते हैं जिसके द्वारा भविष्य में आने वाली किसी दुर्घटना से बचा सकता है |
- सोना में निवेश करना बहुत कम रिस्की होता है |
सोने में निवेश करने के 5 तरीके (5 ways to invest in gold)
लोगों के पास पैसा तो है लेकिन बहुत कम लोग यह समझ पाते है कि वे अपने पैसे को कहाँ निवेश करें ताकि उनका निवेश महंगाई दर से अधिक रिटर्न देकर महंगाई को मात दे सके | इन्ही निवेश के साधन में एक साधन सोने में निवेश (investment in gold) करना है | तो दोस्तों अब हम जानेंगे कि कोई भी व्यक्ति सोने में निवेश किस-किस प्रकार से कर सकता है | शेयर बाज़ार में निवेश के नियम
पुराने समय में लोग केवल भौतिक सोने में निवेश करते थे | लेकिन समय की मांग ने सोने के निवेश को कई वर्गो में विभाजित कर दिया है | सोने में निवेश (investment in gold) करने के मुख्य 5 साधन निम्न है :-
- भौतिक सोना (physical gold)
- डिजिटल सोना (digital gold)
- गोल्ड ETF (Gold ETF)
- गोल्ड मैचुअल फंड (gold mutual fund)
- सॉवरेन गोल्ड निवेश (sovereign gold investment)
भौतिक सोना में निवेश (investing in physical gold)
सोना में निवेश (investment in gold) का सबसे आसान तरीका है भौतिक सोने में निवेश | भौतिक सोने को खरीद कर अपने पास रखने की परम्परा अनन्त काल से चली आ रही है | पहले राजा महाराजा सोना चांदी अपने राजकोष में रखते थे | जिस राजा के पास जितना सोना-चांदी होता था, वो उतना ही बड़ा राजा माना जाता था | पुरखो के निवेश की स्ट्रेटजी आज भी अपनाई जा रही है |
इसके लिए निवेशक सीधे ज्वेलरी के पास जाकर सोने से बने आभूषण खरीद कर अपने लॉकर में स्टोर कर लेते है | ये उनके आपातकाल स्थिति में काम आता है | समय व्यतीत होने के बाद सोने में निवेश करने वाले निवेशक को इसमें कुछ कमियां नजर आने लगी |
जैसे :-
- सोने की शुद्धता पर संदेह |
- सोने की चोरी का खतरा |
- मेकिंग चार्ज का लगाना |
- GST चार्ज का लगना | आदि
यदि आपको भौतिक सोना खरीदना है तब आपको अच्छे दुकान या तनिष्क जैसे भरोसेमंद स्टोर से खरीदना चाहिए | सोने के आभूषण 22 कैरेट तथा सोने के सिक्के 24 कैरेट की शुद्धता के साथ आते है | सोने के सिक्के स्टैंडर्ड यूनिट्स जैसे कि 1 ग्राम 5 ग्राम 10 ग्राम में आते हैं |
यदि आप भौतिक सोना में निवेश करना चाहते है तब आपको सोने के सिक्को तथा सोने के बिस्किट को खरीदना चाहिए | सोने के सिक्के अथवा बिस्किट पर आपको मेकिंग चार्ज नहीं देना पड़ेगा | कैंडलस्टिक पैटर्न का प्रयोग
डिजिटल सोना में निवेश(investing in digital gold)
सोना में निवेश (investment in gold) में दुसरे स्थान पर आता है, डिजिटल सोने में निवेश(investing in digital gold) करना |
निवेश के लिए भौतिक रूप सोना खरीदकर स्टोर कर लेना आसान तो है लेकिन इसके लिए आपको कुछ ऐसे चार्ज देने पड़ जाते है जिसका सोने के वास्तविक मूल्य से कोई लेना देना नहीं होता है | जैसे – मेकिंग चार्ज, GST इत्यादि | इसके अलावा भौतिक सोने कुछ और नुकसान होते है जैसे – सोने की शुद्धता पर सवाल, सोने को स्टोर कर रखने का रिस्क, भौतिक सोने को पुनः बेचने पर बट्टा लगना, आदि |
भैतिक सोने में निवेश के इन्ही समस्याओं को ध्यान में रखते हुए बाज़ार में डिजिटल सोना आया | इसमें आप जितने भी रुपये का गोल्ड खरीदते है, कंपनी उतने रुपये का गोल्ड खरीद कर अपने सेफ में सुरक्षित रख लेती है | इसके लिए आप MMTC, Safegold अथवा Augmont के वेबसाइट पर जाकर डिजिटल गोल्ड खरीद सकते है | शेयर बाज़ार की 10 गलतियाँ / 10 Mistakes Of Stock Market In Hindi
डिजिटल सोना में निवेश के फायदे(Benefits of investing in digital gold)
- सुरक्षा का कोई खतरा नहीं |
- कोई मेकिंग चार्ज नहीं |
- कम से कम पूंजी के साथ निवेश |
- सोने की फिजिकल डिलीवरी सुविधा |
- डिजिटल से कभी भी फिजिकल सोने में बदलने की सुविधा |
डिजिटल सोना में निवेश के नुकसान(Disadvantages of investing in digital gold)
- 3 % GST चार्ज |
- 3 से 6 प्रतिशत स्प्रेड |
- 5 वर्ष तक की होल्डिंग के बाद चार्ज लगना |
- सेबी(SEBI) या RBI द्वारा रेगुलेटेड नहीं |
- फिजिकल गोल्ड में बदलने पर मेकिंग चार्ज लगना |
गोल्ड ईटीएफ(Gold ETF)
सोना में निवेश (investment in gold) में तीसरे स्थान पर आता है, गोल्ड ETF में निवेश करना | गोल्ड ईटीएफ का मतलब होता है, बिना किसी परेशानी के सोने की एक निश्चित मात्रा को खरीदना जिसे भौतिक रूप से कोई खतरा ना हो | गोल्ड ETF का पूरा नाम गोल्ड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड है जिसके द्वारा 24 कैरेट सोने के भाव को ट्रैक किया जाता है |
यह पैसे निवेश का एक साधन होता है, जिसके आधार पर सोने की कीमत तय होती है | यह सोने के भंडार में निवेश करती है | 1 ग्राम शुद्ध सोना एक गोल्ड ईटीएफ यूनिट के बराबर होता है | शेयर बाज़ार के कमोडिटी मार्केट में कई प्रकार के गोल्ड ETF मौजूद है |
आप अपना एक डीमेट अकाउंट खोलकर गोल्ड ETF बड़ी आसानी से निवेश कर सकते है | भौतिक सोने में निवेश करने से बेहतर निवेश गोल्ड ETF में निवेश को माना जाता है |
गोल्ड मैचुअल फंड(gold mutual fund)
ऐसे मैचुअल फंड स्कीम जो गोल्ड ईटीएफ में निवेश करती हैं उन्हें गोल्ड मैचुअल फंड के रूप में जाना जाता है। गोल्ड मैचुअल फंड, सोने में भौतिक रूप से निवेश न करके ईटीएफ के माध्यम से निवेश करते हैं |
जिनके पास डिमैट अकाउंट नहीं होता है और जो पेशेवर रूप से सोने की कीमत में बढ़ोतरी के साथ लाभ लेना चाहते हैं वे इस गोल्ड मैचुअल फंड में निवेश करते है | इसके लिए आप म्यूचुअल फंड के एसेट मैनेजमेंट की वेबसाइट पर जाकर बड़ी आसानी से गोल्ड मैचुअल फंड में निवेश कर सकते है |
Thick सोने की मांग कम करने के लिए 2015 में सरकार द्वारा ‘सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड’ या ‘सोने के संप्रभु बांड’ योजना आरम्भ की गई थी |
सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड में निवेश(investment in sovereign gold Bond )
सोना में निवेश (investment in gold) में पाचवे स्थान पर आता है सॉवरेन गोल्ड निवेश(sovereign gold investment) करना | भौतिक सोने की लगातार बढ़ती मांग को कम करने के लिए सरकार ने वर्ष 2015 में सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड योजना की शुरुआत की | इसे केन्द्रीय बैंक, रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया द्वारा जारी किया जाता है अतः यह एक सरकारी प्रतिभूतियां हैं |
इसमें निवेश करने के लिए आपके पास निम्न चार विकल्प है |
- बैंक के माध्यम से |
- पोस्ट ऑफिस के माध्यम से |
- शेयर ब्रोकर(डीमेट खाते) के माध्यम से |
- SHCIL(stock holding corporation of india limited) के वेबसाइट के माध्यम से |
सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड के लाभ (Benefits of Sovereign Gold Bond)
सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड में निवेश करने पर निवेशक को सर्वाधिक लाभ मिलता है | बाज़ार में प्रचलित अब तक के सभी गोल्ड निवेश विकल्प में जो भी कमियां थी वो इस योजना में दूर कर दिया गया है | तो आईये हम एक-एक कर सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड में निवेश को समझते है |
- यह सोने में निवेश का सबसे सुरक्षित साधन है |
- इसके भण्डारण की कोई समस्या नहीं |
- कोई GST चार्ज नहीं |
- ये सरकारी प्रतिभूतियां हैं |
- कोई मेकिंग चार्ज नहीं |
- कोई कैपिटल गेन टैक्स नहीं |
- ऑनलाइन खरीदने पर 50 रुपये प्रति ग्राम का डिस्काउंट मिलता है |
- स्टॉक एक्सचेंज पर खरीद बिक्री की जा सकती है |
- आपके गोल्ड पर आपको 2.5 प्रतिशत का ब्याज मिलना |
वैसे तो सॉवरेन गोल्ड बांड की मैचुरिटी 8 वर्ष का होता है | लेकिन यदि आपको पूंजी की आवश्यकता है तब आप कुछ शर्तो का पालन करते हुए अपने गोल्ड को निवेश के 5 वर्ष बाद बेचकर आप पूंजी इकठ्ठा कर सकते है |
लेकिन यदि आप सॉवरेन गोल्ड बांड को अपने डीमेट खाते में ट्रांसफर करा लेते है तब आप जब चाहे तब अपने गोल्ड में खरीद-बिक्री कर सकते है |
सॉवरेन गोल्ड बांड में निवेश करने के लिए आप कम से कम 1 ग्राम तथा अधिकतम 4 Kg तक सोना खरीद सकते है |
कौन सा निवेश सबसे बेहतर(which investment is best)
इस लेख में हम सबने देखा कि सोना में निवेश (investment in gold) करने के 5 तरीके है | तो अब सवाल यह आता है कि हम इनमें से किस प्रकार के निवेश प्रयोग करें | फिजिकल सोना खरीद कर अपने पास रखे या डिजिटल सोना खरीदें या गोल्ड म्यूचुअल फंड या गोल्ड ETF में या सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड योजना करें |
इन पांचो में तुलना करने के बाद पता चलता है कि सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड योजना में निवेश करना सबसे बेहतर उपाय है | क्योकि इस निवेश में आपको सरकार की सुरक्षा के साथ साथ ऐसे कई अन्य लाभ है जो अन्य योजना में नहीं है | इसमें सोने में निवेश के साथ निवेशित सोने पर 2.5 का व्याज दर मिलना इसे अन्य निवेश से बेहतर बना देता है |
इस लेख से सम्बंधित प्रश्नोत्तरी:-
सोने में निवेश करने के तरीके कौन कौन है?
भौतिक सोना (physical gold)
डिजिटल सोना (digital gold)
गोल्ड ETF (Gold ETF)
गोल्ड मैचुअल फंड (gold mutual fund)
सॉवरेन गोल्ड निवेश (sovereign gold investment)
सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड में निवेश(Investment In Sovereign Gold Bond) कैसे करें?
सोना में निवेश (investment in gold) में पाचवे स्थान पर आता है सॉवरेन गोल्ड निवेश(sovereign gold investment) करना | भौतिक सोने की लगातार बढ़ती मांग को कम करने के लिए सरकार ने वर्ष 2015 में सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड योजना की शुरुआत की | इसे केन्द्रीय बैंक, रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया द्वारा जारी किया जाता है अतः यह एक सरकारी प्रतिभूतियां हैं |
गोल्ड मैचुअल फंड(Gold Mutual Fund) में निवेश कैसे करें?
ऐसे मैचुअल फंड स्कीम जो गोल्ड ईटीएफ में निवेश करती हैं उन्हें गोल्ड मैचुअल फंड के रूप में जाना जाता है। गोल्ड मैचुअल फंड, सोने में भौतिक रूप से निवेश न करके ईटीएफ के माध्यम से निवेश करते हैं | जिनके पास डिमैट अकाउंट नहीं होता है और जो पेशेवर रूप से सोने की कीमत में बढ़ोतरी के साथ लाभ लेना चाहते हैं वे इस गोल्ड मैचुअल फंड में निवेश करते है |
डिजिटल सोना में निवेश(Investing In Digital Gold) में निवेश कैसे करें?
भैतिक सोने में निवेश के समस्याओं को ध्यान में रखते हुए बाज़ार में डिजिटल सोना आया | इसमें आप जितने भी रुपये का गोल्ड खरीदते है, कंपनी उतने रुपये का गोल्ड खरीद कर अपने सेफ में सुरक्षित रख लेती है | इसके लिए आप MMTC, Safegold अथवा Augmont के वेबसाइट पर जाकर डिजिटल गोल्ड खरीद सकते है |
भौतिक सोना में निवेश (Investing In Physical Gold) में निवेश कैसे करें?
सोना में निवेश (investment in gold) का सबसे आसान तरीका है भौतिक सोने में निवेश | इसके लिए निवेशक सीधे ज्वेलरी के पास जाकर सोने से बने आभूषण खरीद कर अपने लॉकर में स्टोर कर लेते है | ये उनके आपातकाल स्थिति में काम आता है | समय व्यतीत होने के बाद सोने में निवेश करने वाले निवेशक को इसमें कुछ कमियां नजर आने लगी |
आज आपने सीखा – Investing in gold in hindi
दोस्तों आज की इस लेख में हमने आपको सोना में निवेश(investment in gold) कैसे करें, इसके बारे में विस्तार से सभी जानकारी बताया | वर्तमान समय में देखा जाए तो लोग को जानकारी ही नहीं है कि वह अपने पैसे को किस प्रकार गोल्ड में इन्वेस्ट कर सकता है।
आज के इस लेख में हम सबने जाना कि सोना कितने प्रकार का होता है, सोना में निवेश कैसे किया जा सकता है, फिजिकल सोना, डिजिटल सोना, गोल्ड म्यूचुअल फंड, गोल्ड ETF तथा सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड योजना क्या होता है तथा इन योजना में हम किस प्रकार से निवेश कर सकते है, के बारे में विस्तार से जाना |
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